Love Jihad: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में लव जिहाद का मामला सामने आया है। इस मामले में त्रिपुरा की रहने वाली पीड़िता ने 24 सितंबर को रायगढ़ जिला मुख्यालय पहुंचकर कलेक्टर के नाम लिखित शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है। पीड़िता का कहना है कि सोशल मीडिया पर गुलशन नामक शख्स से उसकी पहचान हुई थी। गुलशन ने खुद को हिंदू बताकर शादी की। पोल तब खुली, जब वह महिला को जम्मू-कश्मीर में अपने गांव ले गया। जिस युवक के साथ वह अपना दाम्पत्य जीवन जी रही थी, वह दरअसल एक मुस्लिम युवक है। महिला अपनी सुरक्षा को लेकर रायगढ़ कलेक्टर से गुहार लगाने कलेक्टर कार्यालय पहुंची थी। युवती ने पत्रकारों से कहा कि आरोपित उसे लगातार धमकी दे रहा है। उसने न्याय न मिलने पर आत्महत्या की धमकी दी है।
धोखा देकर शादी का आरोप
त्रिपुरा की लड़की दिलरुबा त्रिपो राम बताती है कि वग रायगढ़ में एक स्कूल में एक एनजीओ के माध्यम से टीचर है। उससे धोखा देकर शादी रचाई गई, जब सचाई समाने आई तो वह वहां से जान बचाकर यहां आई है। बावजूद इसके उसे आए दिन जान से मारने की धमकी मिल रही है। पत्रकारों को अपनी आपबीती बताई कि वह जान और सम्मान की रक्षा के लिए शिकायत लेकर वह रायगढ़ के दो थाने पर जा चुकी है, जहां उसकी एफआईआर नहीं लिखी गई है। वह 7 दिन से भूखी प्यासी अपने बच्चे को लेकर जंगल में घूमी । अब कलेक्टर के पास न्याय मांगने आई है। महिला ने बताया कि कि वह मुख्यमंत्री से भी संपर्क करना चाह रही थी, पर नहीं हो पाया।
ऑनलाइन माध्यम से हुई थी पहचान
पीड़िता ने कलेक्टर को सौंपे अपने शिकायती पत्र में कहा है कि चार साल पहले ऑनलाइन माध्यम से उसका युवक से परिचय हुआ था, जो अपना नाम गुलशन मनहस निवासी जम्मू बताता था। छह-सात महीने मोबाइल से बातचीत करते-करते उसे उससे लगाव हो गया था। जून 2021 में गुलशन उसे चेन्नै लेकर गया, जहां मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से शादी की। इसके बाद दोनों साथ में रहने लगे थे। जब पीड़िता ने गुलशन के परिवार के बारे में पूछा तो हर बार वह बात को घुमा दिया करता था और गोलमोल जवाब देता था। बस इतना बोलता था कि ‘मैं अच्छा इंसान हूं, मैंने तुम्हें किसी रूप में धोखा नहीं दिया हूं।’ इसी बीच 7 दिसंबर 2022 को पीड़िता ने चेन्नई अस्पताल में एक पुत्र को जन्म दिया, जिसका नाम उन्होंने गुरदीप रखा।
जम्मू कश्मीर जाने पर हुआ शक
चार महीने के आसपास हुआ, तब गुलशन उसे जम्मू कश्मीर लेकर गया। पीड़िता के अनुसार वह पहली बार गई थी। इस दौरान गुलशन ने उसे बताया कि इस गांव का नाम कांदी है। गुलशन के घर से जाने के बाद उनके घर में लोगों का उनका चाल चलन, रहन-सहन उनकी धार्मिकता को देखकर पीड़िता को शक हुआ कि ये हिंदू नही हैं। उसे शंका होने के बाद वह उसके साथ रह रही थी। इसी बीच एक दिन मुर्गा काटने के दौरान उसका तरीका देखकर पीड़िता को लगा कि यह वास्तव में मुस्लिम हैं, तब भी वह शांत थी क्योंकि पूरा सच जो भी, उसके साथ धोखा हुआ है या अन्य हिंदू लड़कियों के साथ धोखा हुआ है। इस बीच उसने धीरे-धीरे आसपास में हिंदू परिवारों से गुलशन के बारे में जानकारी लेने का प्रयास में जुटी, तब उसे जानकारी हुई कि गुलशन का वास्तविक नाम रियाज अहमद पुत्र अहमद दीन है। जैसे ही पीड़िता को इस बात की जानकारी हुई, उसने गुलशन को उसके परिवार के अन्य लोगों के सामने यह कहा कि तुम मुस्लिम हो झूठ बोलकर विवाह क्यों किया।
धर्मांतरण के लिए बढ़ाने लगे दबाव
इसके बाद गुलशन, उसके परिजन, आसपास के कुछ मुस्लिम परिजनों के अलावा आसपास के मुस्लिम और दो-तीन मौलवी ने ने उसे मुस्लिम धर्म स्वीकार करने के लिये मनाने लगे और उसके साथ मारपीट तक की जाने लगी । पीड़िता ने बताया कि उससे कहा गया, ‘इस्लाम अपना लो नहीं तो जीते जी तुम्हें मार दूंगा, तुम्हारे बच्चे की जान ले लूंगा और तुम जीवन भर इसी कैद में सड़ोगी।’ जब पीड़िता ने उनकी बात नहीं मानी, तब उसका खाना-पानी बंद कर दिया गया।
मोबाइल लोकेशन से पीछा करता था रियाज
पीड़िता ने अपनी शिकायत में यह भी बताया कि जब उसे कोई सहायता नहीं मिल रही थी तो उसने अपने बच्चे को लेकर कई बार वहां से निकलने का प्रयास किया, लेकिन सफल नही हो पा रही थी। अंततः एक दिन जब उसके पास 265 रुपये थे, तब गुलशन के घर से कुछ कपड़े लेकर निकल गई और वहां से भागकर एक दिल्ली और फिर बार राजस्थान गई। लेकिन इस दौरान गुलशन मोबाइल की लोकेशन पता करके उससे बात कर बच्चे के बारे में ब्लैकमेल कर उसका पता लगा लेता था और वापस ले जाता था।
रायगढ़ में करती है शिक्षक की नौकरी
इस बीच लगभग पांच महीने तक उसका और उसके बच्चे का घर से निकलना बंद करा दिया गया। लड़की ने किसी तरह अपने मां-बाप से त्रिपुरा में संपर्क किया और त्रिपुरा चली आई। त्रिपुरा में उसका संपर्क किसी एनजीओ चलाने वाले हुआ, जिसने जिसने उसे छत्तीसगढ़ में रायगढ़ जिले में सरिया थाना के भीखमपुरा में एक स्कूल में टीचर की नौकरी दिला दी । वह आज छत्तीसगढ़ में एक टीचर की नौकरी कर रही है। लेकिन महिला का भय बना हुआ है कि उसे और उसके बच्चे को जान से ना मार दें और उसे मुस्लिम न बना दे। इसलिए महिला ने रायगढ़ कलेक्टर को अपनी आप बीती पत्र के माध्यम से बताई। समय मिलने पर रायगढ़ जिला मुख्यालय पहुंचकर गुलशन उर्फ रियाज अहमद पुत्र अहमद दीन के खिलाफ शिकायत करते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई है। कलेक्टर ने उसे समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।