उत्तराखंड के देहरादून में एक लव जिहाद मामले में, यूपी के बिजनौर के दो मुस्लिम भाइयों ने अपनी असली पहचान छिपाई और दो हिंदू सगी बहनों को फंसाने के लिए खुद को हिंदू बताया। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार बड़े भाई मोहम्मद सालिक ने शादी का झांसा देकर युवती से दुष्कर्म किया। वह एक साल से देहरादून कोर्ट में जूनियर वकील के तौर पर काम कर रहा था, जबकि उसका छोटा भाई बांग्लादेश में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है।
हिंदू बहनों को फंसाने के लिए बदले नाम और धर्म
हिंदू लड़कियों को विश्वास दिलाने के लिए आरोपी भाइयों ने मुसलमानों को बुरा-भला कहा और कलावा बांधा तथा बहनों को ‘द केरल स्टोरी’ दिखाने भी ले गए। हालांकि, पंडितवाड़ी में एक फ्लैट के लिए मकान मालिक को ऑनलाइन भुगतान करते समय बड़े भाई की पोल खुल गई और धीरे-धीरे सब कुछ सामने आ गया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि मामले में पूछताछ के लिए उनके छोटे भाई को बांग्लादेश से बुलाया है। बताया जाता है कि उनके पिता बिजनौर में सहायक शासकीय अधिवक्ता है।
इंस्टाग्राम के जरिए हिंदू लड़कियों से की दोस्ती
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि युवती की शिकायत पर कैंट पुलिस ने मोहम्मद सालिक उर्फ लकी राणा को गिरफ्तार कर लिया हैष सालिक जिला बिजनौर के झालू बस स्टैंड के पास मोहल्ला चशरीन इलाके का रहने वाला है। अपनी शिकायत में लड़की ने बताया कि सात महीने पहले लकी राणा नाम के एक युवक ने इंस्टाग्राम के जरिए उससे दोस्ती की।
शादी का झांसा देकर करता रहा दुष्कर्म
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मोहम्मद सालिक ने लकी राणा के रूप में अपनी फर्जी हिंदू पहचान का इस्तेमाल कर लड़की को अपने प्रेम जाल में फंसाया। इस दौरान सालिक ने शादी का झांसा देकर युवती के साथ कई बार शारीरिक संबंध भी बनाए। इसी बीच आरोपी के छोटे भाई ने भी अपना नाम बदल लिया और हिंदू नाम रख लिया तथा वह उसकी छोटी बहन का दोस्त बन गया। कथित तौर पर, उसने छोटी बहन की अंतरंग तस्वीरें खींची और वीडियो बनाए।
हिंदू बहनों को अपने माता-पिता से भी मिलवाया
इस बीच सालिक ने हिंदू लड़की और उसके रिश्तेदारों को अपने माता-पिता से भी मिलवाया। आरोपी के माता-पिता ने भी अपना परिचय फर्जी हिंदू नामों से दिया। इसके बाद दोनों की शादी तय हो गई। दोनों परिवारों की सहमति से इसी साल 4 अक्टूबर को सगाई की तारीख तय की गई थी।
मकान मालिक को हुआ शक
एक हफ्ते पहले, मोहम्मद सालिक ने पंडितवाड़ी इलाके में एक फ्लैट किराए पर लिया। उसने मकान मालिक को ऑनलाइन भुगतान के माध्यम से अग्रिम किराया दिया, जिसमें उसका नाम मोहम्मद सालिक दर्शाया गया था। हालांकि, उसने मकान मालिक को दिनेश राणा पुत्र लकी राणा निवासी बिजनौर के नाम से एक पहचान पत्र दिया था।
पुलिस को भी चकमा देने की कोशिश
मकान मालिक को शक हुआ तो उसने कैंट थाने को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने लकी को पूछताछ के लिए थाने बुलाया। लेकिन वह सवालों के जवाब देने से बचता रहा। बाद में पुलिस ने बिजनौर में सत्यापन किया, जिसमें उसकी सच्चाई पूरी तरह से सामने आ गई।
जब पुलिस ने हिंदू लड़की को लकी की असली पहचान के बारे में बताया तो वह हैरान रह गई और लड़की की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी तथा बलात्कार का मामला दर्ज किया। उसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई।
आरोपियों के पास से दो आधार कार्ड बरामद
थानाध्यक्ष संपूर्णानंद गैरोला ने बताया कि आरोपियों के पास से दो अलग-अलग नाम के आधार कार्ड मिले हैं। हालांकि, दोनों पहचान पत्रों में एक ही तस्वीर है। एक आधार कार्ड आरोपी के पर्स में था, जबकि दूसरा आधार कार्ड मोबाइल डेटा में मिला। मूल कार्ड पर नाम मोहम्मद सालिक है, जबकि दूसरे आधार कार्ड पर लकी राणा लिखा है। साथ ही, पता और आधार कार्ड नंबर दोनों एक ही हैं।