उत्तर प्रदेश के लखनऊ के सिविल कोर्ट में दुर्दांत अपराधी संजीव जीवा की मौत के बाद 8 जून को न्यायालय परिसर और आसपास के तिराहे, चौराहों पर पुलिस का पहरा बढ़ा दिया गया है। न्यायालय परिसर में कड़े सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। पूरा न्यायालय परिसर सुरक्षा व्यवस्था से घिरा हुआ है।
घटना में घायल बच्ची का मुख्यमंत्री योगी ने हाल-चाल पूछा
उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 8 जून की सुबह ट्रामा सेंटर पहुंचे और उन्होंने वहां पर घटना में घायल बच्ची का हालचाल जाना। उनके परिजनों से वार्ता की और अधिकारियों को हर संभव मदद करने के निर्देश दिए।
सिविल कोर्ट की सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम
एडीजी लखनऊ के सुरक्षा संबंधी दिशा निर्देश के बाद सिविल कोर्ट की सुरक्षा को लेकर तमाम इंतजाम कर दिए गए हैं। कोर्ट परिसर में आने जाने वाले वाहनों की चेकिंग की जा रही है। वहीं आसपास की तिराहों—चौराहों पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किये गए हैं, ताकि कोई प्रदर्शन न हो सके। न्यायालय के सबसे नजदीक और सबसे बड़े चौराहा परिवर्तन चौक को पूरी तरह से छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
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बार एसोसिएशन की चेतावनी
इससे पहले लखनऊ बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कोर्ट परिसर की सुरक्षा पर प्रश्न चिह्न लगाते हुए प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। इस सम्बंध में बार के पदाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों की तीन बार वार्ता हुई है।
न्यायालय परिसर में घटना से डरे अधिवक्ता
लखनऊ के सिविल कोर्ट में संजीव जीवा की हत्या के बाद वहां आने वाले अधिवक्ताओं में डर का माहौल व्याप्त है। बार के पूर्व कोषाध्यक्ष यज्ञमणि दीक्षित ने कहा कि वर्तमान कचहरी बिल्कुल सुरक्षित नहीं है। न यहां पर सीसीटीवी कैमरे हैं और न ही पर्याप्त पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात हैं। पूर्व में भी एक बार अधिवक्ताओं के दो गुट में बमबाजी हो चुकी है।