Luna25: संशय के बादलों में घिरा रूस का चंद्रमा मिशन

रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के वैज्ञानिक लूना 25 की तकनीकी खराबी को दूर करने के प्रयास में जुटे हैं। रूस के इस अंतरिक्ष मिशन लूना 25 की लैंडिंग 21 से 23 अगस्त के बीच चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर होनी थी। लेकिन इस समस्या के बाद रोस्कोस्मोस की तरफ से लैंडिंग के बाबत कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है।

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रूस के अंतरिक्ष यान लूना 25 में तकनीकी खराबी आने के कारण इसकी सफल लैंडिंग पर संशय के बादल मंडरा रहे हैं। बताया जा रहा है कि लूना 25 में ऑर्बिट बदलते समय तकनीकी खराबी आ गई है। इस कारण रूस के इस चंद्रमा मिशन की सफलता को लेकर रूस के वैज्ञानिक अभी कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं।

हालांकि रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के वैज्ञानिक लूना 25 की तकनीकी खराबी को दूर करने के प्रयास में जुटे हैं। रूस के इस अंतरिक्ष मिशन लूना 25 की लैंडिंग 21 से 23 अगस्त के बीच चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर होनी थी। लेकिन इस समस्या के बाद रोस्कोस्मोस की तरफ से लैंडिंग के बाबत कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है।

गौरतलब हो कि रूस ने चार दशक के बाद अपने चंद्र मिशन के तहत लूना 25 को 10 अगस्त को लॉन्च किया था। इससे पहले रूस ने 1976 में लूना 24 लांच किया था। रूस का अंतरिक्ष यान लूना-25 का वजन 1,750 किलोग्राम है, जो कि भारतीय चंद्रयान-3 के वजव 3,800 किलोग्राम से काफी हल्का है।

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