तिजोरी में कैसे लगी सेंध?

चेन्नई में सीबीआई की सील लगी तिजोरी से सोना गायब होना सीबीआई के लिए उतना अपमानजनक नहीं है जितना राज्य की पुलिस द्वारा चोरी की जांच करना। चेन्नई में सीबीआई द्वारा सील की गई तिजोरी में 400.47 किलो सोना जमा था। जिसमें 103 किलो सोना गायब हो गया है।

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अब तामिलनाडु क्राइम ब्रांच करेगी सीबीआई की सील लगी तिजोरी में लगी सेंध की जांच। वैसे आमतौर पर होता यह है कि राज्य की सुरक्षा एजेंसी जब नाकाम होती है तो केंद्रीय जांच एजेंसियों की एंट्री होती है। लेकिन यहां सीबीआई की तिजोरी से 103 किलो सोना गायब हो गया है।

चेन्नई में सीबीआई की सील लगी तिजोरी से सोना गायब होना सीबीआई के लिए उतना अपमानजनक नहीं है जितना राज्य की पुलिस द्वारा चोरी की जांच करना। चेन्नई में सीबीआई द्वारा सील की गई तिजोरी में 400.47 किलो सोना जमा था। जिसमें 103 किलो सोना गायब हो गया है। इस मामले में अब संबंधित कंपनी सुराना कॉर्पोरेशन लिमिटेड के लिक्विडेटर ने मद्रास हाइकोर्ट में याचिका दायर की है और बचे हुए सोने जो 103.864 किलोग्राम है उसे लौटाने की मांग की है।

क्या हुआ न्यायालय में?

मद्रास हाईकोर्ट में सुराना कॉर्पोरेशन लिमिटेड के लिक्विडेटर ने एक याचिका दायर की थी। इसमें मांग की गई थी सीबीआई ने जो सोना उसके यहां छापा में बरामद किया था उसमें से बचे हुए 103.864 किलोग्राम लौटाया जाए। यह सोना सुराना कॉर्पोरेशन लिमिटेड की तिजोरी में रखा हुआ था। जिसपर सीबीआई ने लॉक करके सील लगाई थी।
इस मामले की सुनवाई में सीबीआई की ओर से सूचित किया गया कि, प्रतिष्ठान की तिजोरी की 72 चाबियां उसने चेन्नई प्रिंसिपल स्पेशल सीबीआई कोर्ट को सौंप दी हैं। सीबीआई का दावा है कि, जब उसने छापा मारकर सोने के छड़ों और आभूषणों की बरामदगी की थी तो एक साथ उनका भारोत्तोलन किया गया था लेकिन, जब सुराना कॉर्पोरेशन और एसबीआई के बीच बकाया भुगतान का सेटलमेंट होने लगा तो सभी को अलग-अलग वजन किया गया, जिसके कारण वजन में कमी आई है।

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कोर्ट गंभीर

इस मामले में मद्रास हाइकोर्ट के जस्टिस पीएन प्रकाश ने कहा कि, “यह कोर्ट इस दृष्टिकोण का को स्वीकार नहीं करता क्योंकि कानून इसकी मान्यता नहीं देता।” इसके साथ ही कोर्ट ने आदेश दिया कि इस मामले को राज्य पुलिस की सीबी-सीआईडी के पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी द्वारा जांच की जाएगी। इसकी जांच 6 महीने में पूरी करके रिपोर्ट सौंपनी होगी।

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क्या है मामला?

सीबीआई ने 2012 में सुराना कॉर्पोरेशन लिमिटेड में छापा मारा था। इसमें 400.47 किलोग्राम सोना और आभूषण बरामद किया था। इसे वजन करके सुराना कॉर्पोरेशन की तिजोरी में ही सीबीआई ने लॉक करके सील कर दिया था।

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