Maha Kumbh 2025: एक तरफ उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का प्रयागराज (Prayagraj) महाकुंभ (Maha Kumbh) मेले के लिए तैयार हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ एक कार्यक्रम के दौरान मौलवी ने दावा किया कि महाकुंभ मेला जिस जमीन पर आयोजित हो रही है वह वक्फ बोर्ड (Waqf Board) की है।
मौलवी के इस बयान से नया विवाद खड़ा हो गया है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेवाली ने दावा किया कि जिस जमीन पर कुंभ मेले का आयोजन किया गया वह वक्फ बोर्ड की है।
यह भी पढ़ें- India: महाशक्ति बनने से चंद कदम दूर! यहां पढ़ें कैसे?
महाकुंभ मेले के अध्यक्ष का बयान
इस बीच हिंदू पक्ष ने मौलने के दावों को खारिज किया है। महाकुंभ मेले के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा कि धार्मिक विवाद पैदा करने वालों पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। उनके तरफ से यह भी मांग की गई कि उनके खिलाफ एफआरआई दर्ज की जाए और उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाए। चक्रपाणि महाराज ने यह भी कहा है कि इन मौलानाओं जैसे लोग बेवजह बयानबाजी करके देश में धार्मिक तनाव पैदा कर माहौल खराब कर्मणा चाहते हैं।
यह भी पढ़ें- Delhi Politics: भाजपा ने परिवर्तन रैली से भरी बदलाव की हुंकार, केजरीवाल के ‘आप-दा’ से दिल्ली को करेंगे मुक्त
मौलाना का बयान
मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने कहा कि बड़े दिल से प्रयागराज के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने वक्फ की जमीन पर महाकुंभ मेले की इजाजत दी है। मौलवी ने कहा, इसलिए हिंदुओं को हमें इस कार्यक्रम में शामिल करके जवाब देना चाहिए। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें मौलाना ने कहा कि अखाड़ा परिषद, नागा संन्यासी, स्वामी और बाबाओं ने कुंभ मेले में मुसलमानों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। उधर, प्रभारराज के सरताज नामक कट्टरपंथी ने कहा है कि जहां कुंभ मेले की तैयारी चल रही है वह जमीन वक्फ बोर्ड की है।
यह वीडियो भी देखें-
Join Our WhatsApp Community