-अमन दुबे
Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) में त्रिवेणी संगम (Triveni Sangam) के तट पर आयोजित महाकुंभ (Maha Kumbh) की चर्चा अब पूरी दुनिया में हो रही है। इस बीच 73 देशों के 116 राजदूत महाकुंभ पहुंचे और उन्होंने पवित्र संगम में स्नान किया।
यहां वे अपने-अपने देशों के ध्वज फहराकर अपनी प्रसन्नता जाहिर करते नजर आए। उन्होंने अक्षयवट, सरस्वती कूप और हनुमान मंदिर में दर्शन किए और योगी सरकार की शानदार व्यवस्थाओं की सराहना की।
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विश्व मीडिया भी महाकुंभ का दीवाना
भारत के साथ-साथ विश्व मीडिया भी महाकुंभ का दीवाना हो गया है। इसी तरह जिस भी देश की मीडिया पर नजर डालें, हर जगह भारत के महाकुंभ की चर्चा हो रही है। यह कहा जा सकता है कि महाकुंभ के कारण पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। कतर से प्रकाशित अलजजीरा पूरी दुनिया में मशहूर है। अलजजीरा ने महाकुंभ पर एक फोटो गैलरी स्टोरी की।
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विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन
पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। जहां देखो वहां भारत की ही चर्चा हो रही है। महाकुंभ मेले की वजह से पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। पूरी दुनिया की निगाहें उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ पर टिकी हैं। पूरी दुनिया की मीडिया में महाकुंभ की खूब चर्चा हो रही है। दुनिया के बड़े-बड़े मीडिया हाउस भारत में चल रहे महाकुंभ की चर्चा कर रहे हैं। यह चर्चा इसलिए जरूरी हो गई है क्योंकि भारत में हो रहा महाकुंभ पूरी दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन बन चुका है।
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विस्तार से रिपोर्टिंग
रूसी मीडिया भी भारत के महाकुंभ के बारे में खबरों से भरा पड़ा है। रूस टीवी वर्ल्ड ने महाकुंभ के बारे में एक खबर प्रकाशित की, जिसका शीर्षक है – भारत में मानवता का सबसे बड़ा समागम शुरू हो गया है। संयुक्त अरब अमीरात के प्रसिद्ध अखबार खलीज टाइम्स ने महाकुंभ पर विस्तार से लिखा है। अमेरिकी टेलीविजन नेटवर्क एबीसी ने भी महाकुंभ पर प्रकाशित किया है, और कहा है कि हजारों नागा साधुओं और लाखों श्रद्धालुओं ने उत्तर भारत मेंवि पवित्र नदियों के संगम पर बर्फीले पानी में डुबकी लगाई।
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सनातन के रंग में रंगे विदेशी
बता दें कि महाकुंभ की धूम पूरी दुनिया में है। अमेरिका जैसे ताकतवर देश से लेकर पाकिस्तान जैसे गरीब देश तक, हर कोई भारत में प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन का दीवाना है।
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पाकिस्तान भी कर रहा है प्रशंसा
आपको जानकर हैरानी होगी कि हमेशा भारत की आलोचना करने वाला पाकिस्तान अब सोशल मीडिया पर भारत के महाकुंभ की तारीफ कर रहा है। पाकिस्तान के मीडिया में महाकुंभ की बड़ी कवरेज की जा रही है।
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पाकिस्तान की जनसंख्या से ज्यादा लोगों ने किया स्नान
महाकुंभ में हर दिन एक नया विश्व रिकॉर्ड बन रहा है। महाकुंभ में अब तक आबादी के लिहाज से दुनिया के चौथे और पांचवें सबसे बड़े देश इंडोनेशिया और पाकिस्तान की आबादी से भी ज्यादा लोगों ने महज 19 दिनों में 32 करोड़ लोगों ने स्नान किया है।
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इतिहास का सबसे बड़ा मेला
अमेरिका, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, फ्रांस, रूस, स्विट्जरलैंड, जापान, न्यूजीलैंड, जर्मनी, नेपाल, कनाडा समेत अन्य देशों से आए प्रतिनिधियों ने कहा कि यह महाकुंभ अद्भुत है और ऐसा संयोग पूरी दुनिया में कभी कहीं नहीं देखा गया है। यहां इतने अधिक संख्या में श्रद्धालु आए हैं कि कोई सोच भी नहीं सकता है। महाकुंभ में देश ही नहीं बल्कि दुनिया के कोने-कोने से लोग हिस्सा ले रहे हैं। हर 12 साल में लगने वाला कुंभ इस साल बेहद खास है क्योंकि यह महाकुंभ मेला है और ऐसा योग 144 सालों बाद ही आता है। महाकुंभ मेले में करोड़ों लोग आएंगे और माना जा रहा है कि यह इतिहास का सबसे बड़ा मेला हो सकता है।
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महाकुंभ में टूटेंगे सारे रिकॉर्ड
प्रयागराज में भव्य और दिव्य महाकुंभ मेला चल रहा है, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं। दुनिया के इस सबसे बड़े धार्मिक समागम में देश-दुनिया से करीब 40 से 45 करोड़ लोगों के आने की उम्मीद है, जो अमेरिका और रूस की कुल आबादी को मिलाकर उससे भी अधिक है। योगी सरकार ने इस महाकुंभ के आयोजन के लिए लगभग 7,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट ख़र्च किया है। 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ मेला उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए भी शुभ रहने वाला है। इस महाकुंभ से यूपी के सरकारी खजाने में अभूतपूर्व वृद्धि होने की संभावना है।
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2 लाख करोड़ रुपये की आय का अनुमान
आर्थिक विशेषज्ञों के अनुसार, महाकुंभ मेला 2025 तक उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में 2 लाख करोड़ रुपये तक का योगदान दे सकता है। यदि यहां आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु औसतन 5,000 रुपये खर्च करता है, तो इस आयोजन से कुल 2 लाख करोड़ रुपये की आय का अनुमान है।
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41 करोड़ से अधिक लोगों ने लगाई डुबकी
प्रयागराज महाकुंभ में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं। 9 फरवरी तक 41 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने स्नान किया। इस मेले में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। इनमें भारत और विदेश से आने वाले तीर्थयात्री शामिल हैं।
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