Mahakumbh 2025: नमामि गंगे मिशन के तहत स्थापित किया जाएगा 28 हजार शौचालय व 20 हजार यूरिनल

जिनमें सेप्टिक टैंक से लैस 12 हजार फ़ाइबर रीइनफ़ोर्स्ड प्लास्टिक शौचालय और सोखने के गड्ढों वाले 16,100 प्रीफ़ैब्रिकेटेड स्टील शौचालय बनाए गए हैं।

35

Mahakumbh 2025: राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (National Clean Ganga Mission) के तहत महाकुंभ (Mahakumbh) के लिए 152.37 करोड़ रुपये की लागत से विशेष स्वच्छता प्रबंधन (Special Sanitation Management) किए जा रहे हैं। महाकुंभ मेला परिसर में 28 हजार से ज़्यादा शौचालय स्थापित किए गए हैं।

जिनमें सेप्टिक टैंक से लैस 12 हजार फ़ाइबर रीइनफ़ोर्स्ड प्लास्टिक शौचालय और सोखने के गड्ढों वाले 16,100 प्रीफ़ैब्रिकेटेड स्टील शौचालय बनाए गए हैं। मेला क्षेत्र में 20 हजार सामुदायिक यूरिनल और 20 हजार कूड़ेदान भी स्थापित किए गए हैं।

यह भी पढ़ें- Indian Navy:​ नौसेना को मिली स्वदेशी ‘वाग्शीर’ पनडुब्बी, दुश्मन देशों लिए साबित होगी काल

गंगा की पवित्रता
जल शक्ति मंत्रालय ने यहां 10 जनवरी शुक्रवार को एक बयान जारी कर बताया कि गंगा की पवित्रता बनाए रखना, प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन और प्लास्टिक मुक्त क्षेत्र बनाना महाकुंभ 2025 के आयोजन की सर्वोच्च प्राथमिकताएं हैं। इस आयोजन को पर्यावरणीय जिम्मेदारी के लिए एक बेंचमार्क के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है, जिसमें पूरे मेला क्षेत्र में स्वच्छता बनाए रखने पर जोर दिया जा रहा है।

यह भी पढ़ें- Purvanchal Samman March: भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया केजरीवाल के आवास के बाहर प्रदर्शन, पूर्वांचली वोटों पर नजर

28,000 से ज़्यादा शौचालय स्थापित
मंत्रालय के अनुसार महाकुंभ में सफाई व्यवस्था की आधुनिक तकनीक को पारंपरिक प्रथाओं के साथ जोड़कर स्वच्छ और टिकाऊ वातावरण तैयार किया जा रहा है। मेला परिसर में 28,000 से ज़्यादा शौचालय स्थापित किए गए हैं। जिनमें सेप्टिक टैंक से लैस 12,000 फ़ाइबर रीइनफ़ोर्स्ड प्लास्टिक शौचालय और सोखने के गड्ढों वाले 16,100 प्रीफ़ैब्रिकेटेड स्टील शौचालय बनाए गए हैं। इन शौचालयों का उद्देश्य स्वच्छ वातावरण देने के साथ पर्यावरण के अनुकूल दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है। इसके अतिरिक्त मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए 20 हजार सामुदायिक यूरिनल भी स्थापित किए गए हैं।

यह भी पढ़ें- Delhi Assembly polls: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए अधिसूचना जारी, नामांकन शुरू

20 हजार कूड़ेदान लगाए गए
मंत्रालय के मुताबिक मेला क्षेत्र में प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए, 20 हजार कूड़ेदान लगाए गए हैं, ताकि स्रोत पर ही अपशिष्ट को अलग किया जा सके, साथ ही इसके पुन: उपयोग और पुनर्चक्रण को प्रोत्साहित किया जा सके। अपशिष्ट संग्रह और निपटान को और अधिक सुव्यवस्थित करने के लिए, 37.75 लाख लाइनर बैग प्रदान किए गए हैं। यह सुव्यवस्थित अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली आयोजन क्षेत्र को स्वच्छ और पर्यावरण के अनुकूल बनाए रखेगी।

यह वीडियो भी देखें-

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.