सीएम शिंदे की घोषणा, महाराष्ट्र में शुरू होंगे 700 ‘बालासाहेब ठाकरे अपना दवाखाना’

राज्य के प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज शुरू करने के साथ ही बाल स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

154

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यभर में लगभग 700 ”बालासाहेब ठाकरे अपना दवाखाना” शुरू करने की घोषणा की है। उन्होंने आश्वास्त किया कि सूबे की ग्रामीण स्वास्थ मशीनरी को सशक्त बनाने की हमारी प्राथमिकता है। स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए दोगुनी निधि दी जाएगी। राज्य के प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज शुरू करने के साथ ही बाल स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

एक टीवी समाचार चैनल के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिंदे ने यह आश्वासन दिया। इस अवसर पर बिग बी अमिताभ बच्चन और वरिष्ठ पत्रकार प्रणव रॉय ने मुख्यमंत्री से संवाद साधा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबे के ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य मशीनरी के जाल को सशक्त बनाने पर बल दिया जाएगा। मुंबई में 227 स्थानों पर ”बालासाहेब ठाकरे अपना दवाखाना” शुरू किए जाएंगे। उसमें से 50 दवाखाना 2 अक्टूबर से शुरू हो गए हैं। अपना दवाखाना के माध्यम से नागरिकों के घर के पास ही स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की कोशिश है। मुख्यमंत्री के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, उप-केंद्रों और ग्रामीण अस्पतालों को मजबूत बनाने के लिए स्वास्थ्य संस्थानों को अपग्रेड किया जाएगा ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों को स्थानीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सके। आमजनों को केंद्र बिंदु में रखकर स्वास्थ्य संस्थाओं को सशक्त बनाया जा रहा है। निजी संस्थाओं की मदद से स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा। मेडिकल कॉलेजों के माध्यम से पर्याप्त मात्रा में डॉक्टरों और नर्सों की उपलब्धता होगी। मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों को ग्रामीण इलाकों में काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

ये भी पढ़ें – स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर्स भारतीय वायुसेना में शामिल! जानिये, दुश्मन देशों के लिए है कितना खतरनाक

कैथलैब शुरू करने का भी फैसला
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कैथलैब शुरू करने का भी फैसला किया गया है। जिन क्षेत्रों में स्वास्थ्य संस्थाओं का कार्य 80 से 90 प्रतिशत तक पूर्ण हो गया है, वहां निधि उपलब्ध कराकर कार्य को शत-प्रतिशत पूरा करने और नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने को प्राथमिकता दी जा रही है। ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य क्षेत्र में आशा स्वयंसेविकाओं का योगदान महत्वपूर्ण है। उन्होंने कोरोना के दौरान भी उल्लेखनीय काम किया है। राज्य सरकार उन्हें और अधिक सुविधाएं देने का प्रयास करेगी।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.