Maharashtra Politics: योजनाएं पार करेंगी महागठबंधन की नैया?

सीट बंटवारे और चुनाव जीतने को लेकर अलग-अलग पार्टियां अलग-अलग दावे कर रही हैं। एनसीपी और शिवसेना में फूट के बाद पहली बार राज्य में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। इस लिहाज से यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण है।

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– अमन दुबे

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल सक्रिय हो गए हैं। सभी दल इसे लेकर अपनी-अपनी बैठकें कर रहे हैं। राज्य आलाकमान सप्ताह में कम से कम एक बार दिल्ली का दौरा कर रहा है।

सीट बंटवारे और चुनाव जीतने को लेकर अलग-अलग पार्टियां अलग-अलग दावे कर रही हैं। एनसीपी और शिवसेना में फूट के बाद पहली बार राज्य में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। इस लिहाज से यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण है।

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लाडला भाऊ योजना का भी ऐलान
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे लाडली बहना योजना को लेकर चर्चा में हैं। लाडली बहना के बाद मुख्यमंत्री ने लाडला भाऊ योजना का भी ऐलान किया है। ध्यान देनेवाली बात है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहना योजना को लेकर पूरे देश में सुर्खियां बटोरी थीं। इसका परिणाम यह हुआ कि मध्य प्रदेश चुनाव में वे बाजी पलटने में सफल रहे थे। वैसा ही कुछ चमत्कार करना चाहते हैं एकनाथ शिंदे। वह पिछले दो सालों में महाराष्ट्र की राजनीति में अपनी छवि बनाने में सफल रहे हैं।

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महागठबंधन में बैठकों का दौर जारी
गुरुवार (18 जुलाई) को भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजीत पवार की एनसीपी की अहम बैठक हुई। ये पार्टियां विधानसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल करने की रणनीति बना रही हैं।

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भाजपा का 150 सीटों पर दावा
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार (18 जुलाई) को मुंबई में पार्टी की राज्य इकाई के नेताओं के साथ बैठक की और भारतीय जनता पार्टी की तैयारियों का जायजा लिया। बैठक में उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्य इकाई के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले सहित भाजपा की राज्य कोर कमेटी के सदस्य मौजूद थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भाजपा महाराष्ट्र में 150 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है। महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 152 सीटों पर चुनाव लड़ा था।

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क्या है एकनाथ शिंदे की मांग?
भाजपा की बैठक के बीच एकनाथ शिंदे ने भी शिवसेना नेताओं के साथ भी बैठक की। इस बैठक में शिवसेना के सांसदों और विधायकों ने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजों को देखते हुए हमें ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए। कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि शिवसेना करीब 125 सीटें चाहती है।

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बात सम्मान की!
राजनीतिक जानकारों के अनुसार, अजीत पवार को अभी कड़ी मेहनत करनी होगी। शरद पवार से अलग होने के बाद महाराष्ट्र में अजीत पवार की चुनौती बढ़ गई है। अब उन्हें यह दिखाना होगा कि वे परिवार की राजनीति से अलग हटकर भी राजनीति कर सकते हैं।

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दिल्ली से होगी पवार की राजनीति
बुधवार (24 जुलाई) को एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत पवार ने दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। सूत्रों के अनुसार, यह मुलाकात आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर थी। अजीत पवार ने सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल होने के लिए वादे के अनुसार, 80 से 90 सीटों की मांग की है। अजीत पवार पश्चिमी महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और उत्तरी महाराष्ट्र क्षेत्र से कांग्रेस के खिलाफ 20 सीटों पर चुनाव लड़ने की सोच रहे हैं। मुंबई में चार से पांच सीटें ऐसी हैं, जहां अजीत पवार कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ने की सोच रहे हैं। इन सीटों पर अल्पसंख्यक वोट बैंक का दबदबा है।

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बाजी पलट देंगे सीएम शिंदे
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे लाडली बहना योजना को लेकर चर्चा में हैं। लाडली बहना के बाद मुख्यमंत्री ने लाडला भाऊ योजना का भी ऐलान किया है। ध्यान देनेवाली बात है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए शिवराज सिंह चौहान ने लाडली बहना योजना को लेकर पूरे देश में सुर्खियां बटोरी थीं। इसका परिणाम यह हुआ कि मध्य प्रदेश चुनाव में वे बाजी पलटने में सफल रहे थे। वैसा ही कुछ चमत्कार करना चाहते हैं एकनाथ शिंदे। वह पिछले दो सालों में महाराष्ट्र की राजनीति में अपनी छवि बनाने में सफल रहे हैं।

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सत्तापक्ष और विपक्ष की चुनौतियां
हाल ही में हुए एमएलसी चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद महाविकास आघाड़ी के सामने सबसे बड़ी चुनौती नेताओं और कार्यकर्ताओं को एकजुट रखना है। वहीं, लोकसभा चुनाव में महागठबंधन को महाराष्ट्र में झटका लगा है। ऐसे में महागठबंधन के सामने खोई जमीन वापस पाने की बड़ी चुनौती है।

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अक्टूबर में तय होगा भविष्य
राजनीतिक जानकारों के अनुसार, राज्य में अक्टूबर 2024 में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। राज्य की 288 विधानसभा सीटों पर काफी कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है। यही वजह है कि कोई भी राजनीतिक दल उसकी तैयारी में कोर- कसर छोड़ने के मूड में नहीं है।

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शिंदे फिर बनेंगे मुख्यमंत्री!
भाजपा नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने मंगलवार (23 जुलाई) को कहा कि सत्तारूढ़ महागठबंधन में सीएम पद को लेकर कोई विवाद नहीं है। यह तय है कि विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा के नेतृत्व में सरकार बनेगी। बावनकुले ने कहा, भाजपा के चाणक्य अमित शाह ने साफ कहा है कि महाराष्ट्र में अगली सरकार महायुति बनाएगी। इसलिए मुख्यमंत्री पद को लेकर कोई विवाद नहीं है। एकनाथ शिंदे मौजूदा मुख्यमंत्री हैं। उन्हें भाजपा ने बनाया है। अगली विधानसभा में भाजपा की सबसे ज्यादा सीटें होंगी और हमारे नेतृत्व में सरकार बनेगी। वहीं, ठाणे से शिवसेना के नवनिर्वाचित सांसद नरेश म्हस्के के बयान ने भी राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र का अगला विधानसभा चुनाव मौजूदा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।

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