Maharashtra: प्रधानमंत्री (Prime Minister) नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार (30 अगस्त) को महाराष्ट्र (Maharashtra) के पालघर (Palghar) में ‘वधवन पोर्ट’ (Vadhvan Port) की आधारशिला रखी। इस परियोजना की कुल लागत करीब 76,000 करोड़ रुपये है। पीएम मोदी ने करीब 1,560 करोड़ रुपये की लागत वाली 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया।
वधवन बंदरगाह, जिसकी आधारशिला प्रधानमंत्री मोदी ने 30 अगस्त (शुक्रवार) को रखी, अपनी रणनीतिक स्थिति और क्षमता के कारण कई पहलुओं में भारत के व्यापार को बढ़ावा देने के लिए तैयार है। महाराष्ट्र के पालघर में स्थित वधवन बंदरगाह 76,220 करोड़ रुपये के निवेश के साथ भारत का सबसे बड़ा गहरे पानी का बंदरगाह होगा।
#WATCH | Palghar, Maharashtra: PM Narendra Modi says, “In the last one decade, development on India’s coast has gained unprecedented pace, we have modernised ports, developed waterways… lakhs and crores of rupees have been invested in this direction. Private investment has also… pic.twitter.com/4YnHozPrKh
— ANI (@ANI) August 30, 2024
भारत की कनेक्टिविटी में सुधार
यह बंदरगाह मध्य एशिया और रूस के साथ भारत की कनेक्टिविटी में सुधार करेगा और अंतर्राष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे (INSTC) और भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे के माध्यम से व्यापार को बढ़ावा देगा। इस बंदरगाह से जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह पर कुछ दबाव कम होने की उम्मीद है, जो वर्तमान में भारत में सबसे बड़ा कंटेनर-हैंडलिंग बंदरगाह है।
#WATCH | Palghar, Maharashtra: PM Narendra Modi says, “…This is a very big day for India’s development journey. Developed Maharashtra is the most important part of the resolution of developed India. Therefore, whether it is the last 10 years or now the third term of my… pic.twitter.com/JZqw3ELF9J
— ANI (@ANI) August 30, 2024
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दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा
यह बंदरगाह महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था के लिए एक गेम चेंजर बन जाएगा, सरकार के अनुमान के अनुसार यह महाराष्ट्र के सकल घरेलू उत्पाद में एक प्रतिशत से अधिक का योगदान देगा और क्षेत्र के विकास और समृद्धि में मदद करेगा। यह बंदरगाह दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारे के साथ समर्पित माल गलियारों से भी जुड़ा होगा और कार्गो की तेज़, अधिक कुशल कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगा। वधवन मेगा पोर्ट दो परिवर्तनकारी चरणों में पूरा किया जाएगा जिसमें बेजोड़ क्षमताओं के साथ अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। अपने दूसरे चरण के अंत तक, वधवन मेगापोर्ट 23.2 मिलियन टीईयू को संभाल सकेगा।
#WATCH | Palghar, Maharashtra: PM Narendra Modi speaks on the Chhatrapati Shivaji Maharaj’s statue collapse incident in Malvan
He says, “Those who consider Chhatrapati Shivaji Maharaj as their deity and have been deeply hurt, I bow my head and apologise to them. Our values are… pic.twitter.com/oLaDLDaWbI
— ANI (@ANI) August 30, 2024
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पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित किया
पीएम मोदी ने मालवण में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने की घटना पर बात की और घटना के लिए लोगों से माफ़ी मांगी। उन्होंने कहा, “छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे लिए सिर्फ़ एक नाम नहीं हैं…आज मैं अपने भगवान छत्रपति शिवाजी महाराज के सामने सिर झुकाकर माफ़ी मांगता हूं। हमारे संस्कार अलग हैं, हम वो लोग नहीं हैं जो भारत माता के महान सपूत, इस धरती के सपूत वीर सावरकर को गाली देते रहें और उनका अपमान करते रहें। वो माफ़ी मांगने के लिए तैयार नहीं हैं, वो कोर्ट में जाकर लड़ने के लिए तैयार हैं…”
35 फुट ऊंची प्रतिमा गिर गई
इस सप्ताह की शुरुआत में मालवन में छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा गिर गई थी। उन्होंने पिछले साल दिसंबर में इस प्रतिमा का उद्घाटन किया था। इस घटना की विपक्ष ने कड़ी आलोचना की थी और निर्माण की “खराब गुणवत्ता” को लेकर सरकार की आलोचना की थी।
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