उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ यात्रा मार्ग पर गौरीकुंड के पास बड़े भूस्खलन के कारण नष्ट हुई दुकानों के मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की एक टीम ने खोज और बचाव अभियान शुरू कर दिया है।
रुद्रप्रयाग आपदा प्रबंधन के एक अधिकारी ने बताया, भूस्खलन में 10 से 12 लोगों के दबे होने या बह जाने की आशंका है। बीती रात गौरीकुंड चौकी पुल के पास भारी मूसलाधार बारिश के कारण हुए भूस्खलन से तीन दुकानें क्षतिग्रस्त होने की खबर है।
लापता लोगों की तलाश जारी
एसपी रुद्रप्रयाग डॉ विशाखा ने कहा, ”लापता लोगों की तलाश के लिए ऑपरेशन जारी है। हमें जानकारी मिली है कि चट्टानें गिरने और भारी बारिश के कारण तीन दुकानें प्रभावित हुई हैं। तलाशी अभियान शुरू किया गया है। ऐसा कहा गया है कि लगभग 10-12 लोग वहां थे, लेकिन अब तक उनका पता नहीं चल पाया है।”
ज्ञानवापी परिसर में एएसआई ने शुरू किया सर्वेक्षण! जानिये, सुरक्षा का कैसा है प्रबंध
भारी बारिश के कारण श्रद्धालुओं की संख्या में कमी
गौरीकुंड, जिसका नाम देवी पार्वती के नाम पर रखा गया है, एक तीर्थ स्थल है और केदारनाथ मंदिर की यात्रा के लिए यह आधार शिविर के रूप में भी काम करता है। मानसून में बारिश के कारण होने वाली दुर्घटनाओं के कारण केदारनाथ मंदिर आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आई है।