प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने गुरुवार (26 अक्टूबर) को पश्चिम बंगाल (West Bengal) के वन मंत्री और पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक (Minister Jyotipriya Mallik) के कोलकाता स्थित आवास पर छापेमारी (Raids) की। पश्चिम बंगाल राशन वितरण घोटाला मामले में मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक का नाम सामने आया है। राशन घोटाला मामले (Ration Distribution Scam) में ईडी लंबे समय से जांच कर रही है। जब राशन घोटाला हुआ तब ज्योतिप्रिय मलिक खाद्य मंत्री का कार्यभार संभाल रहे थे।
ईडी सूत्रों के अनुसार, राशन घोटाला मामले में बकीबुर रहमान की गिरफ्तारी के बाद मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक का नाम सामने आया था। ईडी गुरुवार सुबह करीब 6:30 बजे साल्ट लेक के बीसी ब्लॉक स्थित ज्योतिप्रिया मल्लिक के दोनों घरों (बीसी 244 और बीसी 245) पर पहुंची। ज्योतिप्रिया मल्लिक के घर के अलावा ईडी उनके सहायक अमित के नागेरबाजार स्थित फ्लैट पर भी पहुंची और छापेमारी शुरू कर दी। ईडी के अधिकारियों ने गुरुवार सुबह कुल 8 जगहों पर तलाशी अभियान चलाया है। ईडी मंत्री ज्योतिप्रिय और कारोबारी बाकिबुर के बीच संबंधों की भी जांच कर रही है।
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राशन घोटाला मामले में हुई कार्रवाई
आपको बता दें कि राशन घोटाला मामले में ईडी ने पिछले बुधवार को बाकिबुर के कोलकाता स्थित कैखाली फ्लैट पर छापेमारी की थी। ईडी सूत्रों के मुताबिक बकीबुर के फ्लैट से सरकारी दफ्तरों की 100 से ज्यादा सीलें मिलीं। इसके साथ ही खाद्य आपूर्ति से संबंधित विभिन्न सरकारी संस्थानों के 109 टिकट भी बरामद किये गये हैं। ईडी ने साढ़े 53 घंटे तक बाकिबुर के फ्लैट की तलाशी ली थी। तलाशी के बाद ईडी ने बाकिबुर से 11 घंटे तक पूछताछ की और शनिवार सुबह उसे गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बाकिबुर की विभिन्न कंपनियों में 50 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया गया है। बाकिबुर में कई होटल, रिसॉर्ट और बार हैं। इसके अलावा उनकी कई चावल मिलें भी हैं।
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