महाराष्ट्र के पालघर जिले में पिछले सप्ताह से हो रही भारी बारिश से यहां कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर हैं। नदियों का जलस्तर बढ़ जाने से जिले की कई सड़कें पानी में डूब गयी हैं। इससे सैकड़ों गांवों का संपर्क टूट गया है। लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिला प्रशासन ने नदियों के तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थल पर जाने की अपील की है। साथ ही जिले में स्कूलों और कालेजों में भारी बारिश से अवकाश घोषित किया गया है।
नदी किनारे के गांवों को चेतावनी
पालघर जिले में कई दिनों से हो रही भारी बारिश से सूर्या, वैतरणा, पिंजाल, गरगई नदियों में बाढ़ आ गई है। सैकड़ों गांवों का संपर्क मुख्य बाजारों से कट गया है। नदी किनारे के गांवों को सतर्कता की चेतावनी दी गई है। फिलहाल सूर्या प्रोजेक्ट के धामनी बांध से 68 हजार क्यूसेक मीटर पानी छोड़ा जा रहा है। इस बीच, पालघर जिले की कई सड़कें पानी में डूबी हुई हैं, जिससे यातायात पर बुरा असर पड़ रहा है। अगर बारिश इसी तरह जारी रही तो स्थिति और खराब होने की आशंका है।
मॉब लिंचिंग रोकथाम का मामला, केंद्र के साथ ही इन छह राज्यों को सर्वोच्च नोटिस
राज्य के अधिकांश जिलों में ऑरेंज अलर्ट
पिछले 2-3 दिनों से मुंबई समेत राज्य के कई हिस्सों में बहुत भारी बारिश हो रही है। 27 जुलाई तक राज्य के कई हिस्सों में बारिश का रेड अलर्ट भी जारी किया गया था। राज्य के अधिकांश जिलों में ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। हालांकि मुंबई में आज बारिश का रेड अलर्ट दिया गया है और भारी बारिश की आशंका है। दूसरी ओर, पुणे, ठाणे, रत्नागिरी, रायगढ़, सतारा जिलों में अभी भी भारी बारिश होने की संभावना है। इन जिलों को मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट दिया गया है। विदर्भ के लगभग सभी जिलों में आज बारिश होने की संभावना है।