उत्तर प्रदेश के उन्नाव में मौलवी की दरिंदगी सामने आई है। वहां चंपा पुरवा बस्ती का पांच वर्षीय हिंदू छात्र पास के मदरसे में पढ़ने जाता था। जहां के मौलाना अस्लम ने बिना परिवार की अनुमति लिये छात्र का खतना कर दिया। उसने छात्र से कहा था कि, कोई पूछे तो कहना चोट लगी है। परंतु, घर वालों ने सच्चाई जानी तो कहानी में खोट सामने आई। इसके बाद हिंदू संगठनों के विरोध और परिवार की शिकायत पर पुलिस सक्रिय हुई और उसने मौलवी को गिरफ्तार कर लिया है।
शुक्लागंज थाना क्षेत्र में रहनेवाला पांच वर्षीय छात्र अपने दादा-दादी और पिता के साथ रहता है। छात्र की दादी उसे पास के मदरसे में पढ़ने के लिए भेजती थी। एक दिन बच्चे को चोट लगे होने का संदेह परिवार को हुआ तो, परिवार जन उसे डॉक्टर के पास ले गए। जहां पता चला बच्चे का खतना किया गया है। इसके बाद छात्र ने आपबीती सुनाई
क्या है सच्चाई?
छात्र के अनुसार मौलवी उसे गांव के बाहर ले गया था। वहां उसने छात्र का खुद ही खतना कर दिया। मौलवी ने छात्र को यह सिखाया कि, कोई पूछे तो कह देना चोट लगी है। परंतु, परिवार जनों को बच्चे के घायल होने का शक हो गया है। जब डॉक्टर के पास पहुंचे तो पूरा भेद ही खुल गया।
हिंदू संगठन हुए
इस घटना की सूचना आग की तरह तेजी से फैली। इसके बाद हिंदू संगठनों ने विरोध शुरू किया। पीड़ित बच्चे के घरवालों ने मौलवी अस्लम के विरुद्ध थाने में जाकर शिकायत लिखवाई, जिसके बाद पुलिस तत्काल मौलवी को गिरफ्तार कर लिया है।