मीरजापुर रेलवे स्टेशन पर आठ बच्चों के साथ 24 जुलाई की रात एक मौलवी आरपीएफ व जीआरपी के हत्थे चढ़ गया। मौलवी बच्चों को लेकर बिहार जा रहा था। पूछताछ के दौरान मौलवी ने बताया कि बच्चों को कनार्टक मदरसे में दाखिला कराने ले जा रहा है।
आरपीएफ व जीआरपी की टीम संयुक्त रूप से कांवड़ियों की सुरक्षा के मद्देनजर स्टेशन पर गश्त कर रही थी। इसी बीच प्लेटफार्म दो व तीन के अंतिम छोर पर बिहार के मधोपुर निवासी मौलवी नसरूद्दीन आठ बच्चों को लेकर बैठा था। मौलवी ने बताया कि बिहार के अररिया जिले के अलग-अलग गावों से बच्चों को लेकर कनार्टक मदरसे में पढ़ाने के लिए ले जा रहा है। यह जानकारी बच्चों के परिवार को है।
ये भी पढ़ें – नेपाल की जमीन पर कब्जे के बाद अब ऐसा कर रहा है चालबाज चीन
मौलवी से जीआरपी थाने में पूछताछ
जीआरपी ने प्रमाण मांगा, लेकिन वह कोई कागजात नहीं दिखा सका। इस संबंध में आरपीएफ प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि मौलवी की बात में कितनी सच्चाई है, जांच की जा रही है। इसके अलावा बच्चों के परिवार से भी संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि वह अररिया जनपद के किस गांव के रहने वाले हैं। सभी बच्चे आठ, दस व बारह साल के हैं। मौलवी को जीआरपी थाने पर पूछताछ के लिए बैठाया गया है। साथ ही बच्चों को रेलवे चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया गया। पूछताछ में पता चला कि ये बच्चे बिहार के अररिया जनपद के रहने वाले हैं।