पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदनीपुर के एगरा में 17 मई को पटाखा कारखाने में हुए विस्फोट के मुख्य आरोपित कृष्ण पद बाग उर्फ भानु बाग की 18 मई की रात करीब दो बजे ओडिशा के कटक स्थित एक अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। घटना के बाद वह ओडिशा भाग गया था। राज्य सीआईडी की टीम वहां मौजूद है। उसके शव को पश्चिम बंगाल लाया जाएगा।
कृष्ण पद बाग उर्फ भानु बाग की मौत के बाद विस्फोट के कई सवाल अनसुलझे रहने की आशंका है। हालांकि पुलिस इस मामले की तह तक पहुंचने की पूरी कोशिश कर रही है। मामले में कई आरोपियों की तलाश अभी भी जारी है। फिलहाल तीन गिरफ्तार आरोपियों में भानु बाग भी शामिल था। उसकी मौत हो गई है।
80 प्रतिशत झुलस गया था भानु बाग
पूर्व मेदनीपुर के पुलिस अधीक्षक अमरनाथ ने भानु की मृत्यु की पुष्टि की है। उल्लेखनीय है इस विस्फोट में नौ लोगों की मौत हो गई थी। कटक अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार भानु करीब 80 प्रतिशत झुलस गया था। स्थानीय पुलिस के मुताबिक इस घटना में मृतक भानु का पुत्र और भतीजा भी मुख्य आरोपित हैं। उसके भांजे को पहले ही आठ दिन की सीआईडी हिरासत में लिया जा चुका है।
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अस्पताल को गुमराह करने की कोशिश
मृतक के परिवार के सदस्यों ने अस्पताल प्रशासन को बताया कि उसका घर ओडिशा के बालेश्वर में है। पहचान के प्रमाण के रूप में बालेश्वर के पते वाला आधार कार्ड दिखाया गया है। अस्पताल को बताया गया था कि वह खाना पका रहा था। उसी समय आग लगने की वजह से वह झुलस गया था।