मेरठ जोन की आयुक्त का कुत्ता गुल, पढ़िये डॉगी के गुमने से मिलने की स्टोरी फुल

कुत्ता गुम भैंस गुम होने की घटनाएं उत्तर प्रदेश में साधारण बात है, लेकिन जब यह जानवर किसी विशेष अधिकारी और मंत्री-संतरी के होते हैं तो पुलिस को नाको चने चबाने पड़ते हैं।

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आयुक्त का कुत्ता गुमा

उत्तर प्रदेश में प्रशासन की जिम्मेदारियां कब क्या न करा दें, कभी सपा के मंत्री की भैंस खोजनी पड़ती है तो अब आयुक्त का कुत्ता ढूंढना पड़ा। इसके लिए कुल आठ टीमें लगी रही पचीस घंटे तक। तब जाकर मेरठ जोन की आयुक्त का कुत्ता वापस घर लौट आया।

मेरठ जोन की आयुक्त हैं सेल्वा कुमारी. जे। उन्होंने घर में एक कुत्ता पाला है। 26 जून 2023 को आयुक्त मैडम बैठक में सम्मिलित होने गई थीं। इसी बीच कुत्ता गुल हो गया। जब सायंकाल में आयुक्त सेल्वा कुमारी.जे लौटीं तो केयर टेकर ने बताया कि कुत्ता बहुत समय पहले घर से निकला तो लौटा ही नहीं। अब बात आयुक्त महोदया के कुत्ते (डॉगी) की थी तो पूरा पुलिस विभाग सक्रिय हो गया।

प्रशासन के पसीने छूटे
पुलिस प्रशासन और नगर निगम के अधिकारियों की बैठकें शुरू हो गई। पशु कल्याण अधिकारी को बुलाया गया। पशु कल्याण अधिकारी डॉ.हरपाल सिंह दलबल के साथ पहुंचे। उन्होंने कुल 8 टीमें बनाई। इन टीमों को कमिश्नर के कुत्ते इको की फोटो दी गई और तत्काल ढूंढने के लिए कहा गया। पचीस घंटे आठ दलों ने कुत्ता खोज अभियान चलाया।

राहत कीं साँस
कमिश्नर सेल्वा कुमारी.जे के कुत्ते को खोजने के लिए 500 से अधिक घरों में पूछताछ की गई। यह आग की तरह क्षेत्र में फैली थी, इस बीच कमिश्नर के निवास से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर एक घर के लोगों ने प्रशासन से संपर्क किया और जानकारी दी कि, एक कुत्ता उनके आया है, जो इको जैसा ही है। इसके बाद प्रशासन के लोग वहां पहुंचे और सोमवार सायं 7 बजे कुत्ते इको को सकुशल कमिश्नर सेल्वा कुमारी.जे के घर लौटा लाए। पचीस घंटों की मेहनत के बाद मेरठ पुलिस, नगगर निगम और पशु कल्याण विभाग ने राहत की साँस ली।

लाख रुपैय्ये का कुत्ता
कमिश्नर सेल्वा कुमारी.जे का कुत्ता साइबेरियन हस्की प्रजाति का है। वह ठंडे क्षेत्र में रहता है। इसके उन्नत प्रजाति की कीमत एक लाख रुपए के आसपास मानी जाती है। इसके लिए ठंडे की व्यवस्था आवश्यक है।

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जानवर ढूंढने का अनुभव

  • वर्ष 2014 में रामपुर के विधायक और तत्कालीन अखिलेश यादव सरकार में मंत्री रहे
  • आजम खान की भैंस गुम हो गई थी। इसके बाद प्रशासन में हंगामा हो गया। पुलिस विभाग को लगा दिया गया आजम खान के डेयरी की भैंस ढूंढने के लिए। परिणाम यह हुआ कि, 1 फरवरी को अर्थात गुमने के चौबीस घंटे में ही सात भैंस बरामद कर ली गईं।
  • वर्ष नवंबर 2021 में कांग्रेस के नेता नाजिश खान की घोड़ी गुम हो गई थी। वह मुरादाबाद के तोपखाना स्थित लाला की चक्की के पास बंधी थी। वहीं से गायब हो गई। इसकी शिकायत कांग्रेस नेता ने एडीजी जोन बरेली से की थी। इसके बाद पुलिस विभाग घोड़ी खोजने में लंबे काल तक लगा रहा।
  • पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रमाशंकर कठेरिया का कुत्ता गुम हो गया था। जिसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। उसे भी 26 घंटे में उत्तर प्रदेश पुलिस ने ढूंढ निकाला।
  • रामपुर के जिलाधिकारी रहे अमित किशोर का पालतू कुत्ता गुम गया था। वह कुत्ता जर्मन शेफर्ड प्रजाति का था। जिलाधिकारी का कुत्ता भी रामपुर पुलिस ने चौबीस घंटे में ढूँढ निकाला।
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