Mewar royal family dispute: राजस्थान के मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सम्पत्ति विवाद के कारण 24 नवंबर से बंद उदयपुर सिटी पैलेस के दरवाजे 28 नवंबर की शाम को खुल गए। पूर्व राजव्यवस्था के तहत नए महाराणा विश्वराज सिंह मेवाड़ और उनके चाचा के पुत्र लक्ष्यराज सिंह के बीच धूणी दर्शन विवाद 27 नवंबर की शाम को धूणी दर्शन हो जाने के बाद समाप्त मान लिया गया। इसके बाद, लक्ष्यराज सिंह ने सिटी पैलेस के दरवाजे खोल दिए।
यहां से शुरू हुआ विवाद
दरअसल, पूर्व राजव्यवस्था के तहत महाराणा महेन्द्र सिंह के निधन के उपरांत 25 नवम्बर को चित्तौड़गढ़ में विश्वराज सिंह मेवाड़ का राजतिलक हुआ था। इसके बाद परम्परानुसार उन्हें उदयपुर सिटी पैलेस में प्रयागगिरि महाराज की धूणी के दर्शन करने थे। चूंकि, सम्पत्ति विवाद के चलते उदयपुर सिटी पैलेस में उनके चाचा अरविन्द सिंह मेवाड़ का परिवार काबिज है, ऐसे में अरविन्द सिंह के पुत्र लक्ष्यराज ने सिटी पैलेस के दरवाजे बंद कर दिए। हालांकि, पूरे विवाद के दौरान अरविंद सिंह मेवाड़ अभी तक सामने नहीं आए हैं।
दयपुर में सिटी पैलेस के बाहर बवाल
इसके चलते 28 नवंबर को देर रात तक उदयपुर में सिटी पैलेस के बाहर बवाल हुआ था। सिटी पैलेस के अंदर से बाहर दर्शन की मांग को लेकर खड़े विश्वराज सिंह के समर्थकों पर पत्थर, बोतलें फेंकी गईं। इसके बाद प्रशासन ने विवादित सम्पत्ति को कुर्क कर रिसीवर बैठा दिया। मंगलवार को भी स्थिति तनावपूर्ण रही। मंगलवार रात को निषेधाज्ञा लगा दी गई। पथराव, प्रदर्शन को लेकर अज्ञातों के खिलाफ घंटाघर थाने में दो एफआईआर भी दर्ज की गई। 27 नवंबर की सुबह से प्रशासन दर्शन कराने के लिए प्रयासरत रहा, लेकिन बात नहीं बनी। शाम को मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद प्रशासन ने दर्शन का प्रबंध किया और सिटी पैलेस के दूधतलाई छोर पर स्थित बड़ी पाल के दरवाजे से प्रवेश करते हुए विश्वराज सिंह को धूणी दर्शन कराए।
लक्ष्यराज सिंह ने खुद खोले सिटी पैलेस के दरवाजे
इसके बाद, 28 नवंबर की शाम लक्ष्यराज सिंह ने खुद सिटी पैलेस के दरवाजे खोले। उन्होंने प्रशासन का आभार जताते हुए कहा कि 29 नवंबर से पर्यटक सिटी पैलेस आ सकेंगे।