पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दू लड़कियों के साथ जबर्दस्ती रुकने का नाम नहीं ले रही है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक नाबालिग हिन्दू लड़की का जबरन धर्म परिवर्तन कर निकाह कराने का मामला सामने आया है। लड़की के घर वाले पुलिस के पास गए किन्तु कोई कार्रवाई न होने से निराश हैं।
मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए किया मजबूर
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के उमरकोट निवासी सुनीता ओड का कुछ दिनों पूर्व अपहरण कर लिया गया था। घर वाले परेशान होकर पुलिस के पास गए किन्तु कोई सुनवाई नहीं हुई। 26 अप्रैल को पता चला कि सुनीता को जबरन धर्म परिवर्तन कराकर सुनीता से मरियम बना दिया गया है। सुनीता को जबरन मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने के बाद उसका निकाह एक मुस्लिम युवक अहमद अली से करा दिया गया। निकाह कराते समय यह भी ध्यान नहीं रखा गया कि सुनीता नाबालिग थी।
निकाहनामा जारी कर धर्म परिवर्तन की पुष्टि
सुनीता के घर वालों ने पुलिस से लेकर प्रशासन तक हर संभव कोशिश की किन्तु पहले अपनी बच्ची को ढूंढ़ नहीं पाए और जब मिली, तब तक एक नाबालिग लड़की को जबरन धर्म परिवर्तन कराकर उसका निकाह उम्र में उससे बहुत बड़े मुस्लिम से कराया जा चुका था। बाकायदा उसका निकाहनामा जारी कर धर्म परिवर्तन की पुष्टि भी की गयी।
वॉइस ऑफ पाकिस्तान माइनॉरिटी का खुलासा
अल्पसंख्यकों के बीच काम करने वाली संस्था वॉइस ऑफ पाकिस्तान माइनॉरिटी का कहना है कि पाकिस्तान में नाबालिग हिन्दू लड़कियों को गायब करके उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराना और फिर किसी भी बड़ी उम्र के मुस्लिम व्यक्ति से उसका जबरन निकाह कराना आम बात हो गयी है। इसे रोकने की तमाम कोशिशें इसलिए नाकाम होती हैं क्योंकि इन्हें सत्ता का समर्थन प्राप्त रहता है।