ठाणे (Thane) में ठाकरे समूह (Thackeray Group) और मनसे (MNS) के बीच बड़ा विवाद हुआ और आक्रामक मनसे कार्यकर्ताओं ने उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के काफिले (Convoy) की गाड़ियों (Cars) पर नारियल और गोबर फेंके। यह बात सामने आई है कि उद्धव ठाकरे के काफिले की कई कारों के शीशे तोड़ दिए गए। यह बात भी सामने आई कि कार्यकर्ताओं ने ठाकरे की कार पर गोबर और चूड़ियां फेंकी। इससे उबाठा गुट और मनसे के बीच विवाद गरमा गया है। इस मुद्दे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा, राज ठाकरे की यात्रा के दौरान उबाठा गुट ने गलत आंदोलन किया था। अतः देखा गया कि क्रिया की प्रतिक्रिया होती है। जब से सरकार बनी थी, तब से कहते थे कि सरकार गिर जायेगी, लेकिन सरकार और मजबूत हो गयी। हमने यह फैसला शिवसेना और धनुष्य को बचाने के लिए लिया।’ लेकिन अगर हम लोकसभा में स्ट्राइक रेट को देखें तो हमें यह बताने की जरूरत नहीं है कि लोग किसे पसंद करते हैं। ठाणे में लोग दवा दे सकते हैं, उन्होंने जमालगोटा दिया है। एकनाथ शिंदे ने जवाब दिया है कि दिल्ली से मातोश्री में बैठकें हो रही थीं लेकिन अब दिल्ली को साष्टांग प्रणाम किया जा रहा है।
मराठवाड़ा में राज ठाकरे पर उद्धव सैनिकों के हमले का बदला लेने के लिए मनसे कार्यकर्ताओं ने ठाणे में उद्धव ठाकरे के काफिले पर गाय का गोबर फेंका।#UddhavThackeray #RajThackeray #ShivsenaUBT #MNS #convoy #Thane #Marathwada pic.twitter.com/CEWQe6jPP9
— Veer Arjun (@VeerArjunDainik) August 10, 2024
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शिंदे ने उद्धव पर कटाक्ष किया
मुख्यमंत्री शिंदे ने आगे बोलते हुए कहा कि उन्हें मेरी दाढ़ी से डर लगता है। इसी दाढ़ी की वजह से उनकी गाड़ी खाई में गिरी थी। अगर बालासाहेब यहां होते तो उन्हें (उद्धव ठाकरे को) फोटोग्राफी के लिए जंगल में भेज देते। दिल्ली में कुछ लोग मुख्यमंत्री बनने की भीख मांग रहे हैं। मैं बस अपनी प्यारी बहनों से कहना चाहता हूं कि धोखेबाज भाई से सावधान रहें।
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