तो वो CoWIN फर्जी है!

साइबर अपराधियों के गिरोह के निशाने पर कोविड-19 का टीकाकरण अभियान है। इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चेतावनी जारी की है। इस बारे में इंटरपोल को बहुत समय पहले ही अंतरराष्ट्रीय आपराधिक गिरोहों के सक्रिय होने की सूचना मिल गई थी। जिसके लिए इंटरपोल में वैश्विक स्तर पर चेतावनी जारी की है।

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कोविड-19 नियंत्रण के लिए विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू होने जा रहा है। इसके पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने चेतावनी जारी की है कि कुछ असामाजिक तत्व फर्जी कोविन प्लेटफार्म का उपयोग कर रहे हैं। इसलिए इन लिंक को डाउनलोड न करें। ये प्लेटफार्म सरकार के डिजिटल प्लेटफार्म से मिलता जुलता है।

देश में कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू करने के पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविन (CoWIN) डिजिटल प्लेटफार्म शुरू किया है। इस प्लेटफार्म से ही टीकाकरण को लेकर लोगों से संपर्क किया जाएगा और उन्हें जानकारी दी जाएगी। लेकिन उसके पहले ही साइबर क्रिमिनल की नजर इस प्लेटफार्म को लग गई है।

साइबर अपराधियों द्वारा कोविड-19 टीकों को लेकर भ्रामक और फर्जी प्लेटफार्म विकसित करके लोगों से धन उगाहने के प्रति राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चेतावनियां जारी की गई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को आगाह किया है कि कोविन के सरकारी प्लेटफार्म से मिलता जुलता प्लेटफार्म साइबर अपराधियों ने विकसित किया है। इसे डाउन लोड न करें।

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बता दें कि, इंटरपोल की तरफ से भी चेतावनी दी गई है कि अंतरराष्ट्रीय आपराधिक गिरोह टीकाकरण को लक्ष्यित कर सकते हैं। वे महामारी को अपने निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए अवसर बनाने के चक्कर में हैं।

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इंटरपोल ने इसके पहले भी आपराधिक गिरोहों पर कार्रवाई की हैं। जिसमें विश्व के सौ से अधिक देश सम्मिलित हैं।

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