मुरादाबाद नगर विधानसभा से भाजपा विधायक की शिकायत के बाद एक मामले में आरोपित से 50 हजार रुपये लेने के बाद एक लाख रुपये रिश्वत मांगने के आरोपित थाना मझोला के इंस्पेक्टर क्राइम हरिशंकर को एसएसपी हेमराज मीणा ने 17 जुलाई की रात्रि में लाइन हाजिर कर दिया। बीते दिनों नगर विधायक पूरे मामले की शिकायत डीजीपी को पत्र भेजकर की थी। इसके साथ ही कप्तान ने लाइन हाजिर एसएचओ पर लगे आरोपों की जांच के लिए पुलिस क्षेत्राधिकारी सिविल लाइंस अर्पित कपूर को सौंपी है।
विधायक रितेश कुमार गुप्ता ने पत्र लिखकर की थी शिकायत
मुरादाबाद नगर विधायक रितेश गुप्ता ने बीते दिनों उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को शिकायती पत्र देकर बताया कि उनके विधासभा क्षेत्र में थाना मझोला क्षेत्र के बुद्धि विहार निवासी वरुण गुप्ता के खिलाफ एक महिला ने थाने में तहरीर दी थी। 11 जुलाई को शाम साढ़े सात बजे तहरीर के आधार पर मझोला पुलिस ने वरुण को जांच के लिए थाने पर बुलाया। विधायक के अनुसार वरुण और उनकी पत्नी दीपा ने उन्हें बताया कि थाने पर अपराध निरीक्षक हरिशंकर मामले की जांच कर रहे थे। उन्होंने 50 हजार रुपये लेकर अगले दिन तड़के तीन बजे वरुण को थाने से छोड़ दिया। इसके बाद वरुण के खिलाफ मुकदमा भी लिखवा दिया। मुकदमा लिखने के बाद 13 जुलाई को शाम के समय अपराध निरीक्षक हरिशंकर वरुण के घर पहुंच गए। वहां उन्होंने वरुण की पत्नी दीपा गुप्ता से एक लाख रुपये की मांग की।
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दी थी जेल भेजने की धमकी
आरोप है कि साथ में दीपा गुप्ता से कहा कि यदि एक लाख रुपये न दिए तो तुम्हारे पति को जेल भेज दूंगा। जिसके बाद दीपा ने नगर विधायक को पूरे मामले की जानकारी दी। विधायक रितेश गुप्ता ने डीजीपी को दिए शिकायती पत्र में कहा कि आरोपित अपराध निरीक्षक का कृत्य भ्रष्टाचार का गंभीर मामला है और शासन की जीरो टोलरेंस की नीति के खिलाफ है। उन्होंने आरोपित अपराध निरीक्षक के खिलाफ किसी उच्चाधिकारी से जांच कराकर कार्रवाई करने की मांग की। डीजीपी के पास शिकायत पहुंचते ही मामला मुरादाबाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा के भी संज्ञान में आ गया। एसएसपी ने आरोप की गंभीरता को देखते हुए अपराध निरीक्षक हरिशंकर को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर को जांच सौंपी है।