मुरादाबाद(Moradabad) के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र(Civil Lines Police Station Area) में हुई स्पोर्ट्स व्यापारी कुशांक गुप्ता की हत्या और मझोला थाना क्षेत्र में सीए श्वेताभ तिवारी की हत्या और भाजपा नेता अनुज चौधरी की हत्या से पूरा जिला हिल गया था। इन हत्याकांडों को गिरोह बनाकर गैंगस्टरों ने अंजाम दिया था और अकूत धन अर्जित किया था। उन पर पुलिस लगातार लगाम कस रही है। अब पुलिस ऐसे गैंगस्टरों की सम्पत्ति का ब्योरा केंद्रीय एजेंसियों (central agencies) को भी भेजने की तैयारी कर रही है।
रिपोर्ट केंद्रीय एजेंसियों को भेजने की तैयारी
मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा (Senior Superintendent of Police Hemraj Meena) ने बताया कि गैंगस्टरों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर केंद्रीय एजेंसियों को भेजने की तैयारी है। इसके लिए तीव्र कार्रवाई की जा रही है। आयकर विभाग और अन्य एजेंसियां भी इनके सम्पत्तियों और आय के श्रोत की जांच करेगी।
अर्जित की है करोड़ों की अवैध संपत्ति
इसके अलावा कई अपराधी गिरोह (criminal gang) बनाकर गोकशी, चोरी और ठगी जैसी घटनाओं को अंजाम देकर करोड़ों की सम्पत्ति अर्जित की है। बीते एक साल में मुरादाबाद पुलिस ने लगभग 23 गैंगस्टरों की करीब 15 करोड़ रुपये की सम्पत्ति जब्त की है। इसमें सर्वाधिक 11.03 करोड़ की सम्पत्ति हिस्ट्रीशीटर गैंगस्टर(History Sheeter Gangster) पूर्व ब्लॉक प्रमुख ललित कौशिक की है। जिसके खिलाफ अभी भी जब्तीकरण की कार्रवाई जारी है। ललित कौशिक के पास मात्र कुछ सालों में इतनी अधिक सम्पत्ति कैसे आई इसकी जानकारी कोई नहीं दे सका। इसलिए पुलिस की रिपोर्ट के बाद जिलाधिकारी ने जब्तीकरण के आदेश दिए। पुलिस अब गैंगस्टरों(Gangster) का ब्योरा केंद्रीय जांच एजेंसियों को देगी। ताकि केंद्रीय जांच एजेंसियां जांच कर आरोपियों के मास मिली भारी मात्रा में नगदी और अचल सम्पत्तियों के आय का पता कर आगे की कार्रवाई कर सके।