देश के इस्लामीकरण का षड्यंत्र तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसके प्रमाण समय-समय पर मिलते रहते हैं। इस दिशा में षड्यंत्र में सबसे आगे गजवा-ए-हिंद नामक कुख्यात आतंकी संगठन है। फिलहाल बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना एटीएस ने इस आतंकी मॉड्यल पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इस षड्यंत्र को उजागर करने में इन राज्यों की एटीएस के साथ ही केंद्रीय जांच एजेंसियां भी लगी हुई हैं। इसमें राष्ट्रीय एजेंसियों में एनआईए, रॉ और आईबी की प्रमुख भूमिका है।
बिहार पुलिस की गिरफ्त में आए मरगूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर ने पूछताछ में कई अहम खुलासे किए हैं। उसके बाद आतंकियों पर शिकंजा कसने की रणनीति बनाने के लिए 20 जुलाई को पटना में एजेंसी के अधिकारियों की बैठक हुई।
इन चार राज्यों में आतंकियों के वाट्सएप ग्रुप
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार की तरह ही गजबा-ए-हिंद वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना आदि राज्यों में आतंकी षड्यंत्र रचे जाने का खुलासा हुआ है। यह जानकारी मिलने के बाद पटना में इन सभी राज्यों के एटीएस अधिकारियों की बैठक हुई। इस बैठक में केंद्रीय जांच एजेंसियों के अधिकारी भी शामिल हुए।
एनआईए की गिरफ्त में जेएमबी का सदस्य
एनआईए की टीम ने हाल ही में मुफ्ती असगर अली नामक एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पूर्वी चंपारण जिले के ढाका स्थित जामिया मारिया निस्वा मदरसे से उसे गिरफ्तार किया गया है। जांच के दौरान उसका कनेक्शन बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात-ए-मुजाहिदीन बांग्लादेश यानी जेएमबी से होने की जानकारी मिली है। पुलिस का दावा है कि असगर अली का कनेक्शन जेएमबी से होने के पुख्ता सबूत मिले हैं।
एटीएस कर रही डिकोड करने का प्रयास
वाट्सएप आतंकी ग्रुप में 100 से अधिक पाकिस्तानी शामिल हैं। इसके आलावा इसमें अन्य विदेशियों में बांग्लादेशी भी प्रमुख रूप से शामिल हैं। इसके साथ ही कई भारतीय मुसलमान भी इस वाट्सएप ग्रुप में शामिल हैं। फिलहाल एटीएस इसे डिकोड करने का प्रयास कर रही है।
जांच एटीएस को सौंपे जाने की संंभावना
पटना के फुलवारीशरीफ पुलिस थाने में पीएफआई और गजबा-ए-हिंद आतंकी मॉड्यूल को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है। अभी तक दोनों ही केस पटना पुलिस के पास हैं। 20 जुलाई को दोनों मामले एटीएस को सौंपने को लेकर पटना के एसएसपी ने पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखा है। समझा जा रहा है कि जल्द ही यह मामला एटीएस को सौंप दिया जाएगा। इस बीच रिमांड पर चल रहे संदिग्ध मरगूब से एटीएस और एनआईए पूछताछ कर रही है। उससे मिली जानकारी के आधार पर पुलिस, एटीएस और केंद्रीय एजेंसियां कार्रवाई कर रही रही है।