MP: मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में 30 जनवरी सुबह जेके सीमेंट प्लांट में निर्माणाधीन हिस्से में छत की स्लैब गिरने से 4 मजदूरों की मौत हो गई। जबकि हादसे में 15 मजदूर घायल हुए हैं। प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम ने घायलों का रेस्क्यू कर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। जबकि मृतकों के शव निकाल कर उन्हें पोस्टमार्टम हाउस पन्ना पहुंचाया गया है। कमिश्नर वीरेंद्र सिंह रावत ने इसकी पुष्टि की है।
4 मजदूरों की मौत
घटनास्थल पर पहुंचे कमिश्नर वीरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि घटना में 4 लोगों की मौत हुई है। उनके शव निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजे गये हैं। रावत ने 15 मजदूर घायल होने की पुष्टि भी की है। डीआईजी ललित शाक्यवार ने बताया कि चार मृतकों में तीन बिहार के रहने वाले हैं और एक पन्ना जिले के सिमरिया का रहने वाला है। मृतकों में अंसार आलम (उम्र 34 वर्ष) निवासी पूर्णिया बिहार, मसूद (उम्र 36 वर्ष) पिता नसरूदीन, निवासी पूर्णिया बिहार, रोहित खरे (उम्र 32 वर्ष), निवासी सिमरिया पन्ना, मुस्फिर (उम्र 36 वर्ष), निवासी पूर्णिया बिहार शामिल हैं।
पांच मंजिली है बिल्डिंग
निर्माणाधीन बिल्डिंग पांच मंजिला है। घटना के वक्त करीब 100 से ज्यादा मजदूर काम कर रहे थे। ये सभी यूपी, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश के जिलों के रहने वाले हैं। प्लांट का दौरा कर लौटे अधिकारियों ने बताया कि मृतकों को प्लांट प्रबंधन की तरफ से 18-18 लाख रुपये दिए जाएंगे। घायलों को एक-एक लाख रुपये दिए जाएंगे। वहीं, जब तक घायल मजदूर पूर्ण रूप से स्वस्थ्य नहीं हो जाते तब तक प्रबंधन की तरफ से इलाज करवाया जाएगा। सभी को पूरी सेलरी भी दी जाएगी। हादसे को लेकर प्रशासन की तरफ से जांच टीम बनाई गई हैं जो यहां पर जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी। इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर पर कार्रवाई की जाएगी।
दबे अन्य मजदूरों को निकालने की कोशिश जारी
एसपी साईं कृष्ण एस थोटा ने बताया कि पुलिस बल और एसडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में लगी है। कई घायल मजदूरों को नजदीकी कटनी जिला अस्पताल रेफर किया गया है। वहीं, मलबे में दबे अन्य मजदूरों को निकालने की कोशिश की जा रही है।
तत्काल सहायता पहुंचाने के निर्देश
पन्ना हादसे पर खजुराहो सांसद और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि घटना के विषय में जिला प्रशासन से बात की गई है। हादसे में तत्काल सहायता पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। घायलों को समुचित इलाज के लिए जिला प्रशासन को व्यवस्था करने को कहा गया है।