मौत के सात साल बाद जागा आतंकी याकूब मेमन? मच गया राजनीतिक घमासान

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मुंबई बम धमाकों के दोषी याकूब मेमन को फांसी दी गई थी। उसकी लाश को मरीन लाइन्स स्थित कब्रस्तान में दफनाया गया है। अब सात वर्ष बाद याकूब की कब्र का रुपांतरण मजार में किये जाने का समाचार सामने आया है। इस पर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जबकि मुंबई पुलिस ने ऐसे किसी ढांचे के निर्माण को नकार दिया है।

12 मार्च 1993 में मुंबई में शृंखलाबद्ध बम धमाके किये गए थे। इसमें 257 नागरिक मारे गए थे, जबकि 713 लोग घायल हुए थे। इस घटना में लगभग 27 करोड़ रुपए की संपत्ति क्षतिग्रस्त हुई थी। इस प्रकरण में 123 अभियुक्त थे, जिनमें न्यायालय ने 12 को मौत की सजा सुनाई, 20 को आजीवन कारावास की और 68 लोगों को आजीवन कारावास से कम की सजा सुनाई गई थी। जबकि 23 आरोपी निर्दोष छूट गए। मौत की सजा पानेवालों में से एक नाम था याकूब मेमन का।

सात वर्ष में कब्र को बना दिया मजार?
इस संबंध में एबीपी न्यूज पर प्रसारित समाचार के अनुसार याकूब मेमन उर्फ अब्दुल रज्जाक मेमन को जिस स्थान पर दफनाया गया है, वहां अब मजार बन गई है। टीवी चैनल के वीडियो के अनुसार इस मजार को भव्य रूप में बनाया गया है, जहां लाइटिंग की गई है।

मेमन का आतंकी परिवार
शृंखलाबद्ध बम धमाका भारत के विरुद्ध बड़ा देशद्रोह था। जिसके सरगना पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई और दाऊद इब्राहिम कासकर थे। उनके इशारों पर डी गैंग (दाऊद गैंग) के पंटरों ने इसे अंजाम तक पहुंचाया। इन धमाकों में मेमन परिवार की बड़ी भूमिका थी। जिसके चार सदस्य शामिल थे, इसमें याकूब मेमन उर्फ अब्दुल रज्जाक मेमन , युसफ मेमन, इसा मेमन और रुबीना मेमन शामिल थी। यह टाइगर मेमन के संबंधी थे, जो प्रकरण में दोषी करार दिये गए थे। इसमें से याकूब मेमन को 27 जुलाई, 2007 को फांसी की सजा सुनाई गई थी। चार्टर्ड अकाउंटेट याकूब मेमन नेपाल से गिरफ्तार किया गया था।

यहां बनी कब्र
2013 में याकूब मेमन ने दया याचिका की थी। जिसे राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने ठुकरा दिया था। याकूब को 30 जुलाई 2015 में फांसी दे दी गई थी। इसके बाद उसके शव को मुंबई के मरीन लाइन्स कब्रस्तान में दफन किया गया। वैसे, सामान्य नियमों के अनुसार किसी व्यक्ति की कब्र को 18 महीने बाद खोदकर वहां दूसरे को दफन किया जाता है। परंतु, आरोपों के अनुसार याकूब मेमन के प्रकरण में ऐसा न किया जाना जांच का विषय है।

भाजपा का करारा प्रहार
भारतीय जनता पार्टी ने याकूब मेमन के मजार वाले मुद्दे पर करारा प्रहार शुरू किया है।
याकूब मेमन कौन है? याकूब मेमन के कारण बहुत से परिवार उजड़ गए। इसकी जांच की जानी चाहिये, सच में कहा जाए तो उसकी कब्र पर थूकना चाहिये। उसकी कब्र की सजावट करने का अधिकार किसने दिया है? हम इस प्रकरण के जांच की मांग करते हैं।

कब्र का मजार न बने
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता संदीप देशपांडे ने कहा है कि, ये देशविरोधी लोग हैं। तत्कालीन सरकार को इसका ध्यान रखना चाहिये था कि, कब्र की जगह मजार न बने।

पुलिस ने आरोपों को नकारा
इस प्रकरण में परिमडंल-2 के पुलिस उपायुक्त निलोत्पल ने कहा है कि, इस प्रकार का कोई निर्माण वहां हुआ ही नहीं है।

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