अब तक नहीं मिला लव जिहाद की क्रूर शिकार मुंबई की लड़की का सिर, दिल्ली पुलिस को है ये शक

आरोपित ने श्रद्धा के कई बॉडी पार्ट्स को छुपा कर कबर्ड में रख दिये थे। सल्फर हाइडोक्लोरिक एसिड का इस्तेमाल किया। जिससे उसने फर्श को धोया, जिससे फोरेंसिक जांच के दौरान डीएनए सैंपल ना मिले

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प्रेमिका की हत्या को अंजाम देने और उसकी लाश के टुकड़े कर ठिकाने लगाने वाले आफताब आमिन पूनावाला को लेकर चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पुलिस गिरफ्तार आफताब से पूछताछ कर रही है। वह बार-बार बयान बदलने की कोशिश भी कर रहा है। जानकारी के अनुसार, पुलिस को अब तक श्रद्धा का सिर नहीं मिला है। इसकी तलाश जारी है। पुलिस आफताब को लेकर महरौली के जंगल में जा रही है और उसका पता लगाने की कोशिश करेगी।

15 नवंबर की सुबह पुलिस ने आफताब को लेकर जंगल आई है। वहीं पूछताछ में आरोपित ने पुलिस को बताया है कि लिव इन में रह रही प्रेमिका की हत्या करने के बाद उसने उसके शरीर के 35 टुकड़े किए। खून साफ करने के लिए गूगल का सहारा लिया। साथ ही गूगल पर यह जानना चाहा कि इंसानी शरीर की अंदर से बनावट कैसी होती है। अधिकारियों का कहना है कि आफताब अभी और हैरान करने वाले खुलासे करेगा।

शव के कुछ टुकड़ों की बरामदगी बाकी
पुलिस अलग-अलग टीमें बनाकर दिल्ली के महरौली इलाके में भेजी जा रही है, क्योंकि आफताब के मुताबिक, उसने श्रद्धा के शरीर के 35 टुकड़े किए, लेकिन कुछ टुकड़े अब तक बरामद नहीं हुए हैं। अभी तक जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपित जोमैटो से खाना मंगवाता था और अगरबत्ती का सेट लगाकर रखता था ताकि बाहर शव की बदबू नहीं जाए। आरोपित आफताब ने श्रद्धा की हत्या के 20-25 दिन बाद एक अन्य लड़की से डेटिंग ऐप के जरिेए मुलाकात भी की थी।

आफताब ने की निशानी मिटाने की पूरी कोशिश
आरोपित ने श्रद्धा के कई बॉडी पार्ट्स को छुपा कर कबर्ड में रख दिये थे। सल्फर हाइडोक्लोरिक एसिड का इस्तेमाल किया। जिससे उसने फर्श को धोया, जिससे फोरेंसिक जांच के दौरान डीएनए सैंपल ना मिले। आफताब झगड़े के दौरान श्रद्धा की छाती पर बैठ गया और उसका गला दबा दिया। हत्या करने के बाद उसने श्रद्धा की लाश को बाथरूम में रख दिया। आफताब शुरू से पुलिस से सिर्फ अंगेजी में बात कर रहा है।

खून के धब्बे को साफ करने के लिए किया गूगल सर्च
आफताब ने हत्या करने के बाद फर्श को धोने के लिए एसिड के बारे में गूगल पर सर्च किया भी किया था। बॉडी को काटने के तरीकों के बारे में सर्च किया। श्रद्धा के और अपने खून से सने कपड़े कूड़ा उठाने वाली एमसीडी की वैन में डाल दिए थे। हिमाचल में आफताब की बद्री नाम के शख्स से मुलाकात हुई थी, बद्री खुद छत्तरपुर इलाके में रहता है। उसके कहने पर ही दोनों छत्तरपुर रहने लगे।

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