Mumbai: भारतीय नौसेना ने मुंबई में हुई नाव दुर्घटना की जांच का आदेश दिया है। नाैसेना के कैप्टन विवेक मधवाल ने 19 दिसंबर को बताया कि मुंबई में नाव दुर्घटना से जुड़े मामलों के तथ्यों को स्थापित करने के लिए जांच का आदेश दिया है। इस दुर्घटना में दो व्यक्ति अभी भी लापता बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश में आठ नौसेना क्राफ्ट और एक नौसेना हेलीकॉप्टर द्वारा खोज और बचाव अभियान जारी है, जिसमें तटरक्षक पोत भी शामिल है।
13 लोगों की मौत
कैप्टन विवेक मधवाल ने बताया कि एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी, सीएनएस और भारतीय नौसेना के सभी कर्मचारी मुंबई बंदरगाह में दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना और घायलों के शीघ्र, पूर्ण स्वस्थ होने की कामना करते हैं। इस दुर्घटना के परिणामस्वरूप 13 लोगों की मौत हो गई, जिसमें नौसेना के जहाज पर सवार चार कर्मी (एक सेवा और तीन ओईएम के प्रतिनिधि) और नाव पर सवार नौ लोग शामिल हैं। नाव पर सवार दो व्यक्ति अभी भी लापता बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश के लिए आठ नौसेना क्राफ्ट और एक नौसेना हेलीकॉप्टर द्वारा खोज और बचाव अभियान जारी है, जिसमें एक तटरक्षक पोत भी शामिल हैं।
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यात्री नाव ‘नील कमल’ से टकराने से हुआ हादसा
उल्लेखनीय है कि 19 दिसंबर को मुंबई तट पर कथित तौर पर इंजन परीक्षण कर रहा नौसेना का एक जहाज एलीफेंटा द्वीप के रास्ते में यात्री नाव ‘नील कमल’ से टकरा गया। नीलकमल नाव और नौसेना के जहाज दोनों से सौ से अधिक लोगों को बचाया गया। घायलों को इलाज के लिए जेजे अस्पताल, जीटी अस्पताल, एसएसजी अस्पताल और निजी सुविधाओं सहित विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया, जहां इन सभी का इलाज जारी है। नौसेना की स्पीडबोट और नीलकमल नाव पर सवार 113 लोगों में से 13 की मौत हो गई और दो घायलों सहित 98 लोगों को बचा लिया गया। नौसेना के स्पीडबोट पर छह लोग सवार थे, जिनमें से दो बच गए। पुलिस ने बताया कि लापता यात्रियों की पहचान 43 वर्षीय हंसराज भाटी और सात वर्षीय जोहान मोहम्मद निसार अहमद पठान के रूप में हुई है, दोनों की आज भी दिन भर तलाश की गई, लेकिन उनका पता नहीं चल सका है।