मुझे आपके हाथों मौत स्वीकार! मुंबई पुलिस की महिला अधिकारी का वीडियो बम

महाराष्ट्र पुलिस विभाग में अंतर्गत विवाद एक के बाद एक सामने आ रहे हैं। आईपीएस अधिकारी परबमीर सिंह के चिट्ठी बम की ज्वाला के बीच है वीडियो बम दहक उठा है।

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मुंबई पुलिस में कार्यरत् महिला पुलिस अधिकारी को मौत चाहिए, इस संबंध में उनका एक वीडियो सार्वजनिक हुआ है। इसमें अधिकारी ने भ्रष्टाचार को लेकर अपने ऊपर हुई कार्रवाई पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इस वीडियो के माध्यम से अधिकारी मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त से अपना पक्ष सामने रखा है और उपरोक्त मांग की है।

इस वीडियो बम के पहले मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह का चिट्ठी बम सामने आ चुका है, जिससे मचा हड़कंप अभी शांत भी नहीं हुआ है कि, नया प्रकरण भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा सहायक पुलिस आयुक्त सुजाता पाटील पर की गई कार्रवाई का है। जिसमें आरोप है कि अधिकारी को 40 हजार रुपए की घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद अधिकारी को सेवा से निलंबित कर दिया गया है।

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मुझे मौत स्वीकार
8 अक्टूबर, 2021 को 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार हुई एसीपी सुजाता पाटील का एक वीडियो वायरल हुआ है। इसमें महिला अधिकारी ने आरोप लगाया है कि, उन पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने झूठा प्रकरण दर्ज किया है। वर्तमान में उन्हें निलंबन काल के लिए नायगांव के सशस्त्र पुलिस विभाग में स्थानांतरित किया गया है। पटील का आरोप है कि उन्हें सूचना अधिकार कार्यकर्ता और एसीबी द्वारा झूठे प्रकरण में फंसाया गया है।

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निलंबित अधिकारी का आरोप है कि इस प्रकरण में वे ढाई महीने से मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, गृह विभाग, पुलिस आयुक्त और पुलिस महानिदेशक से गुहार लगा रही हैं, परंतु कोई सुनवाई नहीं हुई है। सुजाता पाटील का आरोप है यह उनका करियर समाप्त करने का षड्यंत्र है। जिसमें कुछ पुलिस अधिकारी और सूचना अधिकार कार्यकर्ता शामिल हैं। इस वीडियो में पाटील और उनके परिवार को प्रताड़ित करने का आरोप भी लगाया गया है। इस प्रकरण में पिछले ढाई महीने से कोई सुनवाई न हो पाने के कारण निलंबित अधिकारी सुजाता पाटील ने एक वीडियो बनाकर साझा किया है। इसमें सुजाता पाटील ने कहा है कि न्यायालय में जाकर लड़ने के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं, इसके बजाय उन्हें मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, गृहमंत्री, पुलिस महानिदेशक और पुलिस आयुक्त के हाथों मरना स्वीकार होगा।

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