महाराष्ट्र (Maharashtra) में साइबर अपराध (Cyber Crime) की दर में काफी वृद्धि हो रही है। यह अपराध बड़े पैमाने पर जनता को धोखा देकर वित्तीय नुकसान भी पहुंचाता है। इस प्रकार, साइबर अपराध भविष्य की चुनौती है। मुंबई पुलिस बल (Mumbai Police Force) इस अपराध को रोकने में सक्षम है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Chief Minister Devendra Fadnavis) ने यहां कहा कि सभी पुलिस थानों (Police Station) में महिला एवं नागरिक केन्द्रित सुविधाएं (Women and Citizen Centric Facilities) स्थापित की गई हैं।
इस बीच, सोमवार को आजाद मैदान पुलिस स्टेशन के उत्कर्ष सभागार में मुंबई पुलिस की विभिन्न पहलों का उद्घाटन मुख्यमंत्री द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में गृह राज्यमंत्री योगेश कदम, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव इकबाल सिंह चहल, मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फणसाळकर, विशेष पुलिस आयुक्त देवेन भारती सहित पुलिस अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में नई पुलिस मोटरसाइकिल, इंटरसेप्टर वाहन, फोरेंसिक लैब वैन और निर्भया स्क्वायड वैन को हरी झंडी दी गई।
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मिशन कर्मा योगी
इस अवसर पर उत्कर्ष ऑडिटोरियम और पार्क साइट पुलिस स्टेशन के नए भवन का भी उद्घाटन किया गया। इसके अलावा, मुंबई के 87 पुलिस स्टेशनों में महिला एवं बाल सहायता प्रकोष्ठ, 216 पुलिस स्टेशनों और उपायुक्त कार्यालयों में स्थापित सीसीटीवी प्रणाली, पुलिस विभाग के एक्स-हैंडल का समर्पण और मिशन कर्मयोगी सूचना पुस्तिका का अनावरण किया गया। इस अवसर पर पुलिस प्रशिक्षण का उद्घाटन समारोह भी आयोजित किया गया।
जन जागरूकता जरूरी
साइबर अपराध को रोकने के लिए तीन अत्याधुनिक साइबर प्रयोगशालाएं स्थापित की गई हैं। डिजिटल गिरफ्तारी जैसे मामलों में शिक्षित लोग भी पैसा खो रहे हैं। इसके लिए जन जागरूकता जरूरी है। इस उद्देश्य के लिए, मुंबई पुलिस विभिन्न पहलों का क्रियान्वयन कर रही है। महिलाओं के विरुद्ध अपराधों को रोकने तथा महिलाओं में पुलिस के प्रति विश्वास पैदा करने के लिए थाने में महिला एवं बाल सहायता प्रकोष्ठ की स्थापना की गई है। यह बयान मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने दिया।
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