मुंडका की कमर्शियल इमारत में लगी आग के बाद वहां काम करनेवालों की बुरा हाल है। इससे भी बुरा हाल परिजनों का है। वे शुक्रवार की पूरा रात अपनों का पता लगाने के लिए अस्पतालों के चक्कर काटते रहे। जिस इमारत में आग लगी वहां के कुछ लोगों ने अपनी जुबानी बताई है।
घटना की कहानी पीड़ित की जुबानी
इमारत में फैक्टरी में काम करने वाले अंकित ने बताया कि जिस वक्त आग लगी वो सेकंड फ्लोर पर मौजूद था और मोटिवेशनल क्लास चल रही थी। आग लगने के बाद धुंआ ऊपर की तरफ आया और जब वह सीढ़ियों से नीचे जाने लगे तो जा नहीं पाया, क्योंकि सीढ़ियों में धुंआ इतना था की दम घुट रहा था। इसके बाद छज्जे की तरफ शीशा तोड़कर सेकंड फ्लोर से रस्सी के सहारे नीचे आया। अंकित ने बताया की प्रोडक्ट की सेल बढ़ाने के लिए ये क्लास रखी गई थी।
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नहीं मिली पूजा
एक लड़की पूजा के परिवार वाले अपनी उसकी तलाश के लिए इधर-उधर भटक रहे हैं। पूजा की उम्र 19 साल है और वह मुबारकपुर की रहने वाली है, फैक्टरी में पैकिंग का काम करती थी। उसकी छोटी बहन मोनी ने बताया कि दीदी रोज शाम 7 बजे तक आ जाती थी, पर जब वह नहीं आयी तो उसको फोन किया। फोन नहीं लगा। फिर उसे खोजने लगे, लोगों से पता चला जहां दीदी काम करती है, वहां आग लग गई है। कई घंटों से दीदी को खोज रहे हैं, उनका कुछ पता नहीं चल रहा है।
इसी क्रम में दिल्ली के संजय गांधी अस्पताल में तान्या चौहान उम्र 24 साल की मां भी अपनी बेटी की तलाश के लिए पहुंची, जिसका रो रोकर बुरा हाल था। उक्त अस्पताल में मोनिका का परिवार भी उसको खोजते हुए आया। जिसका भाई अजित का कहना है कि 7 बजे तक वो आ जाया करती थी, लेकिन आज नहीं आई। न्यूज में देखकर पता चला की वहां आग लग गई। वह पिछले 1 महीने पहले ही काम पर आई थी।
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