10 अगस्त को उत्तर प्रदेश के शामली जिले में मुस्लिम समुदाय के एक ही परिवार के 19 लोगों द्वारा मंदिर में पूजा-अर्चना और हवन के बाद हिंदू धर्म अपनाने के बाद महंत जसवीर महाराज ने कहा है कि उनके संपर्क में अभी भी कई ऐसे लोग हैं, जो हिंदू धर्म अपनाना चाहते हैं।
महंत जसवीर महाराज ने कहा कि उनके संपर्क में अभी भी कई लोग हैं, जो दोबारा घर वापसी करना चाहते हैं। महाराज ने कहा कि सही समय पर स्वेच्छा से उनका धर्म परिवर्तन कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि देश के अधिकांश मुलमानों के वंशज हिदू थे। यहां तक कि धर्म परिवर्तन के बावजूद उनके उपनाम नहीं बदले हैं।
‘देश के सभी लोगों का रक्त एक’
महाराज ने कहा कि इस देश का सभी रक्त एक है। हिंदू गुर्जर भी चौहान लिखते हैं और मुस्लिम गुर्जर भी चौहान लिखते हैं। महाराज ने कहा कि जब कोई हिंदू मुसलमान बन सकता है तो मुसलमान को भी हिंदू बनाया जा सकता है। इसके लिए शुद्धिकरण के सभी आयोजन किए जाते हैं और उनकी घर वापसी कराई जाती है।
19 लोगों ने की घर वापसी
10 अगस्त को उत्तर प्रदेश के शामली जिले के कांधला मोहल्ला राय जदगान निवासी शहजाद अपने तीन परिवारों के 19 सदस्यों के साथ यहां के मशहूर सूरजकुंड मंदिर के प्रांगण में आयोजित शुद्धि हवन यज्ञ में हिस्सा लिया। उसके बाद तीनों मुस्लिम परिवार के सदस्यों ने सनातन धर्म में वापसी की। घर वापसी करने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इनके धर्म परिवर्तन के समय विश्व हिंदू परिषद के कई लोग उपस्थित थे।
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घर वापसी करने वालों ने कही ये बात
इनका कहना है कि करीब 15 साल पहले इन्होंने मुस्लिम धर्म अपना लिया था और अब वे हिंदू धर्म में वापसी कर रहे हैं। उन्होंने धर्म परिवर्तन के साथ ही अपने नाम भी बदल दिए हैं। परिवार के एक सदस्य राशिद ने बताया कि 15 साल पहले उनके पिता ने परिवार समेत मुस्लिम धर्म अपना लिया था। हमें तब कुछ भी पता नहीं था। हमें धोखे में रखकर धर्म परिवर्तन कराया गया था। हमें डराया-धमकाया भी गया था। लेकिन बाद में हमने पूरे परिवार के साथ हिंदू धर्म में वापसी करने का निर्णय लिया है।
स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन करने पर कार्रवाई नहींः डीएम
जिले के डीएम जसजीत कौर ने इस घटना के बारे में बताया कि हमें पता चला है कि 18-19 लोगों ने इस्लाम से हिंदू धर्म परिवर्तन कर लिया है। क्षेत्र के एसडीएम और एसएचओ उन परिवारों से संपर्क में हैं। स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन करने पर कोई पाबंदी नहीं है। लेकिन अगर कोई शिकायत करता है कि उस पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाला जा रहा है या धमकी दी जा रही है तो ऐसे लोगों को हम सुरक्षा देंगे। हम इस बारे में अधिक जानकारी जुटा रहे हैं।