ठाणे (Thane) के हजुरी इलाके (Hazuri Area) से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक हिंदू महिला (Hindu Woman) की तलाश में मुसलमानों (Muslims) के एक समूह ने मंदिर (Temple) की पवित्रता बनाए रखे बिना मंदिर में प्रवेश किया और चप्पल जूते के साथ मंदिर में प्रवेश करके अराजकता पैदा कर दी। इस अप्रिय घटना की प्रतिक्रिया पूरे ठाणे में हुई और ठाणे के हिंदू संगठन हजूरी इलाके में पहुंचे और इस घटना पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। इस बीच मंदिर में घुसने वाले मुस्लिम समूह के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की गई। इस्फाक सिद्दीकी, इस्फाक और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के साथ ही धमकी देने और भड़काने की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है।
ठाणे के हजूरी इलाके में रहने वाली पीड़ित हिंदू महिला बाजार गई थी। इसी इलाके का एक मुस्लिम युवक इस महिला के पीछे पड़ा था। बाजार में उसने पीड़िता से पैसे की मांग की, लेकिन पीड़िता ने कहा कि उसके पास पैसे नहीं हैं। वह घर की ओर चल पड़ी। तभी मुस्लिम युवक ने उसका पीछा किया और पीड़िता को पीछे से गले लगा लिया। उसने कार्यस्थल पर अपने पति को फोन किया और घटना की जानकारी दी।
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मुसलमान मंदिर में घुस गए
इसी बीच एक मुस्लिम समूह महिला की तलाश में पीड़ित के घर आ गया। मुसलमानों ने उसे धमकाते हुए कहा, ‘यदि तुम थाने में रिपोर्ट करोगी, तो तुम्हें नहीं छोड़ेंगे!’ इस धमकी से डरी और मुसलमानों के समूह को देखकर पीड़िता ने खुद को बचाने के लिए इलाके के एक मंदिर में शरण ली। इसी बीच एक हिंदू परिवार पीड़िता की मदद के लिए मंदिर आया। जब इस्फाक मुसलमानों के एक समूह के साथ मंदिर में आया और ‘पीड़िता को हमें सौंपने’ की धमकी दी। न तो मुसलमानों ने अपने जूते उतारे और न ही चप्पल, मुस्लिम भीड़ मंदिर में घुस गई और पीड़ित को पकड़ने की कोशिश करने लगी। उसी समय एक मुस्लिम ने मंदिर में अराजकता फैलाने की धमकी देते हुए कहा कि यदि कोई हिंदू हस्तक्षेप करेगा तो उन्हें एक-एक करके मार दिया जाएगा। पीड़ित का बचाव कर रहे हिंदू परिवार से मुस्लिम समूह बहस कर रहा था और उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहा था।
पुलिस ने अपराध दर्ज करने से किया इनकार
जब ये सब चल रहा था तो मंदिर के बाहर तमाशबीनों की भीड़ जमा हो गई, इस घटना से इलाके में तनाव पैदा हो गया। इस घटना की जानकारी मिलने पर वागले एस्टेट पुलिस स्टेशन की एक टीम मौके पर पहुंची और इस्फाक सिद्दीकी, इस्फाक समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया और थाने ले गई। शुरुआत में पुलिस ने मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया, लेकिन हिंदू संगठन के पदाधिकारियों का आरोप है कि दबाव के बाद मामला दर्ज किया गया है। वागले एस्टेट पुलिस ने इस्फाक सिद्दीकी और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने और धमकी देने, उकसाने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
हिंदू संगठनों ने प्रशासन से आपत्ति दर्ज कराई
हिंदू संगठनों ने शनिवार सुबह 11 बजे ठाणे पुलिस कमिश्नर के कार्यालय जाकर उन्हें मामले की जानकारी दी और एक बयान दिया। घटना से नाराज हिंदुओं ने विरोध जताया और प्रशासन से शिकायत दर्ज कराई। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। नाराज हिंदू संगठनों ने एक शिकायती बयान में कहा, ”हजुरी के हिंदू निवासी बेहद असुरक्षित हो गए हैं। कई महीनों से हिंदू महिलाओं को प्रताड़ित किया जा रहा है और उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई जा रही है। रविवार (23 जून, 2024) को शहजाद शेख ने एक हिंदू महिला के साथ उसके घर पर यौन उत्पीड़न करने का प्रयास किया। खुद को बचाने के लिए हिंदू महिला ने स्थानीय शिव मंदिर में शरण ली। “यह खबर सुनते ही मुसलमानों की भीड़ मंदिर परिसर में घुस गई और हिंदू पीड़ित को बाहर आने के लिए कहा।”
शिकायत में कहा गया है कि जब पीड़िता ने बाहर आने से इनकार कर दिया, तो चप्पल पहने मुसलमानों की एक भीड़ चप्पल-जूते पहनकर मंदिर में घुस गई और मंदिर में अराजकता पैदा कर दी। हिंदू कार्यकर्ताओं के अनुसार, इस घटना से हिंदू मंदिर की पवित्रता भंग हुई है और हजूरी इलाके में धार्मिक तनाव पैदा हो गया है। पत्र में चेतावनी दी गई है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो हिंदू समाज आत्मरक्षा के लिए कदम उठाएगा। इसके अलावा पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने की भी मांग की गई है। (Thane News)
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