Myanmar conflict: बांग्लादेश (Bangladesh) के नागरिक सीमापार म्यांमार (Myanmar) में सशस्त्र बलों (armed forces) और विद्रोहियों ( अराकान सेना) के बीच हुए ताजा संघर्ष से दहशत में हैं। म्यांमार के रखाइन (Rakhine) प्रांत में तेज धमाकों और भीषण गोलीबारी से बांग्लादेश के कॉक्स बाजार के टेकनाफ उप जिला में नफ नदी सीमा के पास स्थित घरों की दीवारों पर हुए कंपन से लोग सुरक्षित ठिकानों (safe havens) की तलाश में बाहर आ गए।
ढाका ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार मोर्टार शेल के विस्फोटों की आवाज से बांग्लादेश के लोग थर्रा गए। ह्निला, सबरंग और सेंट मार्टिन द्वीप में रहने वाले बांग्लादेश के लोगों ने 16 फ़रवरी (शुक्रवार) सुबह से दोपहर करीब 2:45 बजे तक मोर्टार गोले दागने की आवाज सुनी। टेकनाफ नगर पालिका में नफ नदी के पास रहने वाले मोहम्मद इस्लाम ने कहा, “शुक्रवार सुबह से म्यांमार सीमा पर रुक-रुक कर भारी गोलाबारी की आवाज सुनाई दे रही है। हमारे घर हिल रहे हैं। कभी-कभी ऐसा महसूस होता है, जैसे भूकंप आ गया हो।”
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टेकनाफ-2 बॉर्डर गार्ड तैनात
अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, टेकनाफ-2 बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल मोहिउद्दीन अहमद ने कहा है, “मुझे म्यांमार के अंदर भारी गोलीबारी की खबर मिली है। परिणामस्वरूप, सीमा पर गश्त बढ़ा दी गई है।” स्थानीय लोगों ने यह भी बताया है कि एक हेलीकॉप्टर बांग्लादेश के शापुरी द्वीप के दूसरी छोर पर म्यांमार के माउंगडॉ के ऊपर से उड़ान भर रहा था।
एजेंसियां सीमा पर अलर्ट
उन्होंने कहा, ”सीमा पार के गांवों में जुंटा सरकार और अराकान सेना के बीच भारी झड़पें हो रही हैं। दोनों पक्ष भारी हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं। सीमावर्ती इलाकों में घर हिल रहे हैं।” ढाका ट्रिब्यून के अनुसार एक अधिकारी ने कहा है,”हमें ऐसा लगा जैसे हमारे कार्यालय की छत पर कुछ गिर गया हो।” शापुरी द्वीप के पास सीमावर्ती क्षेत्र के निवासी रसेल ने कहा, “मैं सुबह से म्यांमार के रखाइन राज्य से गोलियों की आवाज सुन रहा हूं। द्वीप के लोग डरे हुए हैं।” ढाका ट्रिब्यून ने इस संबंध में टेकनाफ उप जिला में यूएनओ के अधिकारी अदनान चौधरी से बातचीत की है। चौधरी ने कहा, “मेरे घर से गोलीबारी की आवाज सुनी जा सकती है। हमारी कानून प्रवर्तन एजेंसियां सीमा पर अलर्ट पर हैं। सीमा के पास रहने वाले लोग वास्तव में भयभीत हैं लेकिन हम लगातार सीमा की निगरानी कर रहे हैं।”