Nagpur शहर नशीली दवाओं के तस्करों से त्रस्त हो गया है। शहर में अवैध मेफेड्रोन (एमडी) कारखाने स्थापित होने शुरू हो गए हैं। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने नागपुर शहर के पचपावली इलाके में एक निर्माणाधीन इमारत पर छापा मारा और एक एमडी विनिर्माण कारखाने का भंडाफोड़ किया। छापेमारी के दौरान 78 करोड़ रुपये का कच्चा माल और मेफेड्रोन बनाने के लिए जरूरी सामग्री जब्त की गई है। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की मुंबई जोनल यूनिट ने खुफिया सूचना पर कार्रवाई करते हुए 10 अगस्त को नागपुर शहर के पचपावली इलाके में एक निर्माणाधीन इमारत पर छापा मारा। जब्त की गई सामग्रियों में मेफेड्रोन के निर्माण के लिए आवश्यक रसायन, सामग्री और मशीनरी शामिल थीं।
चलाय जा रहे थे नशीले पदार्थ
इस इमारत में एक दवा निर्माण कारखाना और एक प्रयोगशाला बनाई गई थी। आरोपी, जो इस दवा फैक्ट्री का मास्टरमाइंड था, ने सबसे पहले मशीनरी का पूरा सेट खरीदा और दवा निर्माण सेटअप स्थापित किया। इस फैक्ट्री में 100 किलोग्राम से अधिक मेफेड्रोन का उत्पादन करने में सक्षम कच्चा माल प्राप्त किया गया है। यहां दवा एमडी का निर्माण किया जा रहा था। गिरोह ने 50 किलोग्राम से अधिक मेफेड्रोन का उत्पादन किया था और एमडी क्रिस्टलीकृत पाउडर के रूप में उत्पाद का निर्यात कर रहा था।
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जांच जारी
डीआइआर के अधिकारी ने बताया कि आगे की प्रक्रिया चल रही है। डीआईआर ने छापेमारी में 78 करोड़ रुपये मूल्य की 51.95 किलोग्राम मेफेड्रोन (एमडी) के साथ अन्य सामग्री जब्त की, तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनके खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम, 1985 के तहत मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों को आगे की जांच के लिए डीआरआई की हिरासत में भेज दिया गया है। इस ऑपरेशन के दौरान डीआरआई टीम को नागपुर पुलिस का भी सहयोग मिला।