एनसीबी की पकड़ में कैसे आया ड्रग फैक्ट्री का मालिक?… पढ़िए पूरी कहानी

चिंकू पठान के खास साथी और कुख्यात ड्रग तस्कर आरिफ भुजवाला को एजेंसी के अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे महाराष्ट्र के रायगढ़ से गिरफ्तार किया गया है। पिछले कई दिनों से वह एनबीसी को चकमा दे रहा था।

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नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को ड्रग तस्करी मामले में बड़ी सफलता मिली है। चिंकू पठान के खास साथी और कुख्यात ड्रग तस्कर आरिफ भुजवाला को एजेंसी के अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे महाराष्ट्र के रायगढ़ से गिरफ्तार किया गया है। पिछले कई दिनों से वह एनबीसी को चकमा दे रहा था।

एनसीबी को चकमा दे रहा था आरिफ भुजवाला
यह वही आरिफ भुजवाला है, जिसके दक्षिण मुंबई के डोंगरी के घर से करोड़ों के नशीले पदार्थ बरामद किए गए थे। इसके साथ ही वहां एक ड्रग फैक्ट्री का भी पर्दाफाश हुआ था। इस फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में ड्रग तैयार किए जाते थे। छापेमारी के दिन आरिफ भुजवाला एनसीबी अधिकारियों को चकमा देकर फरार होने में कामयाब हो गया था। तब से ही एनसीबी अधिकारी युद्ध स्तर पर उसकी तलाश कर रहे थे। इसके लिए एजेंसी ने कई टीमें बनाई थीं।

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खास बातें

  • आरिफ भुजवाला अपने आपको ड्रग जगत का दूसरा पाबलो एस्कोबार समझता था।
  • आरिफ अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम का करीबी माना जाता है।
  • आरिफ दो बार दुबई जाकर आया है, जिसकी जांच एनसीबी कर रही है।
  • उसने पिछले पांच साल में 100 करोड़ स्व ज्यादा की संपत्ति बनाई, एनसीबी को अंदेशा है कि ये ड्रग्स बेचकर कमाए पैसों से खरदी हुई प्रोपर्टी हो सकती है।
  • एनसीबी ने इसके घर और ड्रग्स लैब पर छापेमारी कर 2.5 करोड़ कैश और काफी मात्रा में एमडी ड्रग्स बरामद किया था।

सुशांत सिंह राजपुूत मामले के बाद हुआ खुलासा
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की विवादास्पद मौत के बाद की जा रही जांच में मुंबई के ड्रग्स कनेक्शन के अहम खुलासे हुए हैं। उसके बाद एनसीबी तेजी से सक्रिय हो गई है। इस मामले में बॉलीवुड की कई हस्तियों को गिरफ्तार भी किया गया था। इसी दौरान एनसीबी अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए मुंबई के बड़े और कुख्यात ड्रग्स माफिया की धर-पकड़ भी शुरू कर दी है। एनसीबी ने इसी कड़ी में हाल ही में बांद्रा से ब्रिटिश नागरिक करण सजनानी को गिरफ्तार किया है। उसके बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और राज्य के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक के दामाद समीर खान को भी गिरफ्तार किया। साथ ही एनसीबी ने कई नाइजीरियन नागरिकों को भी गिरफ्तार किया है।

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करोड़ों के कैश के साथ बड़ी मात्रा में ड्रग्स बरामद
मुंबई विभाग के एनसीबी निदेशक समीर वानखेड़े ने कई टीम बनाकर 20 जनवरी को अन्य स्थानों के साथ ही दक्षिण मुंबई के डोंगरी स्थित आरिफ भुजवाला के ठिकाने पर छापेमारी की। हालांकि आरिफ उस दिन फरार होने में सफल हो गया था, लेकिन उसके ठिकाने से एनसीबी ने दो करोड़ 80 लाख रुपए कैश, साढ़े पांच किलो एमडी( मेफेड्रोन),एक किलो मेथाफेटामिन, 6 किलो 126 ग्राम एफेड्रीन के साथ कुल मिलाकर कुल 12 किलो नशीले पदार्थ बरामद किए। इस दौरान एक ऑटोमैटिक रिवॉल्वर बी बरामद किया गया। इसके साथ ही आरिफ भुजवाला के घर में नशीले पदार्थ को बनानेवाली एक फैक्ट्री का भी पर्दाफाश हुआ।

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चिंकू पठान लोकल तस्कर
चिंकू पठान लोकल ड्रग्स माफिया था और वह आरिफ से नशीले पदार्थ लेकर मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे आदि इलाकों में छोटे-बड़े ड्रग्स तस्करों को बेचता था। चिंकू का सबसे ज्यादा ग्राहक नाइजरियन थे। आरिफ का संबंध अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर था। कैलाश राजपूत विदेश में बैठा बड़ा ड्रग्स माफिया है। आरिफ उसके माध्यम से अपने नशीले पदार्थों को विदेशों में सप्लाई करता था। एनसीबी आरिफ की तलाश युद्ध स्तर पर कर रही थी। उसे शक था कि मौका मिलते ही वह विदेश भाग सकता है। हालांकि उसे रोकने के लिए एनसीबी ने देश के सभी एयरपोर्ट पर लुक आउट नोटिस जारी किया था।

पुलिस की नाक के नीचे ड्रग्स बनाने की फैक्ट्री
सवाल यह है कि आरिफ भुजवाला मुंबई के डोंगरी से अपना ड्रग्स रैकेट चलाता था। यही नहीं, वहां उसने ड्रग्स बनाने के लिए फैक्ट्री  भी बना रखी थी। लेकिन मुंबई पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। जबकि जिस स्थान पर छापेमारी की गई, वह मुंबई पुलिस मुख्यालय से मात्र चंद किलोमीटर ही दूर है। कभी अपराधियों में मुंबईु पुलिस की दहशत हुआ करती थी, लेकिन अब अपराधी बेखौफ हैं। इसलिए पुलिस की नाक के नीचे इस तरह के धंधे चलाए जा रहे हैं।

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