प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आरोप लगाया है कि दाऊद इब्राहिम मनी लॉड्रिंग मामले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता व मंत्री नवाब मलिक और उनका परिवार पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा है। इस पर अब ईडी नवाब मलिक के परिवार पर कठोर कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
मनी लॉड्रिंग का आरोप
जानकारी के अनुसार ईडी ने नवाब मलिक की पत्नी महजबीन मलिक, उनके दो बच्चों आमिर मलिक और फराज मलिक को मनी लॉड्रिंग मामले की जांच के लिए समन जारी किया था। मलिक पर सॉलिडस कंपनी के जरिए मनी लॉड्रिंग करने का आरोप है। कंपनी में नवाब मलिक की पत्नी और बच्चों की बड़ी हिस्सेदारी है। इसलिए ईडी अब तक फराज मलिक को पांच समन जारी कर चुका है। मलिक के परिवार को आखिरी समन 15 अप्रैल को जारी किया गया था लेकिन मलिक परिवार ने ईडी के समन का कोई जवाब नहीं दिया है।
न्यायिक हिरासत में मलिक
उल्लेखनीय है कि कुख्यात बदमाश दाऊद इब्राहिम मनी लॉड्रिंग मामले में ईडी ने 23 फरवरी को नवाब मलिक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। बाद में उसी दिन उन्हें ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था। शुरुआत में ईडी की सेल में नवाब मलिक से पूछताछ की गई। मलिक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस समय नवाब मलिक को न्यायिक कस्टडी में आर्थर रोड जेल में रखा गया है। हालांकि, नवाब मलिक ने ईडी की गई गिरफ्तारी को अवैध बताते हुए जमानत के लिए शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया है। नवाब मलिक की याचिका पर 22 अप्रैल को सर्वोच्च न्यायालय में भी सुनवाई होने वाली है। ईडी सूत्रों के अनुसार नवाब मलिक के परिवार पर कानूनी तरीके से कार्रवाई की जाएगी।