द कार्डिलिया क्रूज ड्रग पार्टी मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के दो अधिकारियों, विश्व विजय सिंह और आशीष रंजन प्रसाद को सस्पेंड कर दिया गया है। एनसीबी एसआईटी के वरिष्ठ अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंह की ओर से इस संबंध में जांच रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद एनसीबी के वरिष्ठ अधिकारियों ने यह बड़ा कदम उठाया है। साथ ही वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अमित गवाटे को मुंबई एनसीबी जोनल डायरेक्टर बनाया गया है। यह पद एनसीबी के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को हटाए जाने के बाद से रिक्त था।
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20 लोग हुए थे गिरफ्तार
जानकारी के अनुसार एनसीबी की मुंबई टीम ने 2 अक्टूबर को द कार्डिलिया क्रूज शिप पर ड्रग पार्टी के नाम पर छापा मार कर 20 लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें फिल्म अभिनेता शाहरुख खान का बेटा आर्यन खान भी शामिल था। यह कार्रवाई तत्कालीन मुंबई एनसीबी टीम समीर वानखेड़े के नेतृत्व में की गई थी और आशीष रंजन प्रसाद और वी. वी. सिंह जांच करने वाली टीम का भी हिस्सा थे।
कार्रवाई पर सवाल उठा
एनसीबी की कार्रवाई पर राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रवक्ता, मंत्री नवाब मलिक ने सवाल उठाया था। इसके बाद इस मामले के गवाह प्रभाकर साईल ने आर्यन खान पर मामला दर्ज करने से पहले शाहरुख खान से रंगदारी मांगने और मांग पूरी न होने पर मामला दर्ज करने का आरोप लगाया था। नवाब मलिक ने पत्रकार वार्ता कर एनसीबी पर कई मामलों में गलत तरीके मामला दर्ज करने का आरोप लगाया था।
एनसीबी ने की मामले की जांच
इसी वजह से एनसीबी के वरिष्ठ अधिकारियों ने इन मामलों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था और वरिष्ठ अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंह को जांच सौपी गई थी। ज्ञानेश्वर सिंह के नेतृत्व में अभी भी मामले की जांच जारी है और अब तक रिपोर्ट के आधार पर दोनों अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।