नार्कोटिक कंट्रोल ब्यूरो ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग नव वर्ष पर शहर में नशे की पुड़िया परोसने निकले थे। इनके कुख्यात ड्रग तस्कर करीम लाला के साथी होने की जानकारी एनसीबी की ओर से दी गई है। जिसको लेकर ये सवाल खड़ा हुआ है कि ये करीम लाला है कौन?
मुंबई के अंडरवर्ल्ड में 60 के दशक में काला सोना के तस्कर करीम लाला की तूती बोलती थी। उसके अलावा दो और डॉन थे उस काल में हाजी मस्तान और वरदराजन मुदलियार। अब वो करीम लाला तो नहीं रहा लेकिन उसके रूप में एक नया पंटर करीम लाला के रूप में उबर रहा है जो एनसीबी के निशाने पर है।
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शहर के कुर्ला, अंधेरी, नई मुंबई के पबों में नशीले पदार्थों की विक्री करनेवाले चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनसे पूछताछ में पता चला कि ये लोग करीम लाला के लिए काम करते हैं। जिसके बाद एनसीबी ने इस करीम लाला की खोजबीन शुरू की।
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बांद्रा का व्यापारी काला सोना का व्यापारी
एनसीबी ने जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया था उसमें से तीन लोगों ने बताया था कि वे करीम लाला के सहयोगी है। जिसके बाद एनसीबी का दल करीम लाला के पास पहुंचा। तो पता चला कि ये करीम लाला कपड़ों का व्यापारी है। जिसका नाम करीम शेख है और 60 के दशक के कुख्यात काला सोना (मादक पदार्थ) के बड़े तस्कर करीम लाला को अपना गुरु मानता है और उसके जैसा बनना चाहता है।
ऐसे शुरू किया धंधा
सात साल पहले करीम शेख ने नशे का कारोबार शुरू किया था। वह वैसे तो बांद्रा में कपड़े का व्यापारी है लेकिन जल्दी पैसा कमाने और अपने गुरु करीम लाला जैसा बनने की चाह में वह तस्करी करने लगा। कपड़े के धंधे की आड़ में शुरू हुआ नशे का कारोबार जल्द ही जम गया और लोग उसे करीम लाला के नाम से जानने लगे।
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पूरे राज्य में बढ़ा नेटवर्क
करीम लाला ने सात वर्षों में पूरे राज्य में अपना पैर पसार लिया। इस दौरान उसने 150 लोगों को मादक पदार्थों को पहुंचाने/बेचने के लिए रख लिया है। फिलहाल करीम लाला फरार है। एनसीबी के मुंबई जोन के निदेशक समीर वानखेडे के अनुसार उन्हें दो मामलों में करीम लाला उर्फ करीम शेख की तलाश है।
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