बुली बाई ऐप मामले का मास्टमाइंड नीरज बिश्नोई ने पुलिस की पूछताछ भी कई खुलासे किए हैं। उसने स्वीकार किया है कि वह 15 साल की उम्र से इस तरह का खेल करता रहा है। उसे कम उम्र में ही हैकिंग, वेबसाइट्स को खराब करने की लत लग गई थी। वह इस तरह के कांड करने के बारे में जानकारी प्राप्त करने में लगा रहता था।
आईएफओ के पुलिस आयुक्त केपीएस मल्होत्रा ने नीरज के बारे में बताया कि उसने भारत के साथ ही पाकिस्तान के स्कूलों और कॉलेजों की कई वेबसाइट्स को हैक करने का दावा किया है।
अब तक चार आरोपी गिरफ्तार
बता दें कि बुली बाई ऐप मामले में अब तक चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनमें से तीन को मुंबई पुलिस ने और एक नीरज बिश्नोई को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। नीरज को असम से गिरफ्तार किया गया है। मुंबई पुलिस ने अब तक जिन तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनमें उत्तराखंड की युवती श्वेता सिंह और मयंक रावल के साथ ही बेंगलुरू का विशाल कुमार झा शामिल है। विशाल मूल रुप से बिहार का रहने वाला है और वह बेंगलुरू में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है। मामले में गिरफ्तार सभी लोगों की उम्र 21 वर्ष के आसपास है।
नीरज का दावा
नीरज ने यह भी दावा किया है कि वह जापानी गेम गेमिंग कैरेक्टर जीआईवाईयू शब्द का उपयोग करके कई ट्विटर हैंडल भी बनाए थे। उसने इसी नाम से खात खोला था। इसके माध्यम से उसने प्रवर्तन एजेंसियों को अपने को पकड़ने के लिए चैलेंज किया था। नीरज ने कहा है कि उसने जो कुछ भी किया, उस पर उसे कोई पछतावा नहीं है।