NEET-UG Paper Leak: केंद्रीय जांच ब्यूरो (Central Bureau of Investigation) (सीबीआई) ने नीट-यूजी पेपर लीक मामले (NEET-UG Paper Leak Case) में दो महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां (Two Arrests) की हैं। ये गिरफ्तारियां बिहार (Bihar) के पटना (Patna) और झारखंड (Jharkhand) के हजारीबाग (Hazaribagh) में हुईं, जो चल रही जांच में एक बड़ी उपलब्धि है।
गिरफ्तारी का विवरण
पहला संदिग्ध पंकज सिंह, जिसे आदित्य के नाम से भी जाना जाता है, को हजारीबाग में पकड़ा गया। सिंह पर आरोप है कि वह इलाके में एक ट्रंक से प्रश्नपत्र निकालने का मास्टरमाइंड है। पटना में गिरफ्तार किया गया दूसरा संदिग्ध लीक हुए पेपर के वितरण में शामिल था। ये गिरफ्तारियां अब तक NEET पेपर लीक मामले में सबसे महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं। सीबीआई की जांच लीक की सीमा और ऑपरेशन में शामिल व्यक्तियों को उजागर करने के लिए जारी है।
CBI arrested Pankaj Kumar Singh and Raju Singh in a NEET-UG paper leak case from Patna and Hazaribagh respectively. Pankaj is a civil engineer and he allegedly managed to leak the paper when papers were shifted from Hazaribagh in iron trunks: CBI Sources
— ANI (@ANI) July 16, 2024
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आठ सदस्यीय टीम जांच में शामिल
यह घटनाक्रम उस घटना के बाद हुआ है, जब सीबीआई ने इस मामले के सिलसिले में ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल और कुछ अन्य शिक्षकों से पूछताछ की थी। उन्हें कथित तौर पर चरही के एक गेस्ट हाउस में ले जाया गया, जहां प्रिंसिपल और कई अन्य व्यक्तियों से बुधवार, 26 जून को देर शाम तक पूछताछ की गई। 26 जून को, आठ सदस्यीय टीम ने जांच में शामिल स्कूल का गहन दौरा किया। इसके अतिरिक्त, इस टीम के कुछ सदस्यों ने जिले में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की मुख्य शाखा में भी अपनी जांच को आगे बढ़ाया। यह दौरा उन रिपोर्टों के बाद किया गया था, जिसमें संकेत दिया गया था कि बैंक प्रबंधक प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार थे।
बिहार पुलिस की ईओयू टीम ने स्कूल का दौरा किया
इससे पहले 23 जून को, बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की तीन सदस्यीय जांच टीम ने ओएसिस स्कूल का दौरा किया, जिसमें परीक्षा के प्रशासन और प्रश्नपत्र बॉक्स पर डिजिटल लॉक खोलने की प्रक्रियाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया। यह दौरा झारखंड के देवघर जिले से 21 जून को छह व्यक्तियों की हिरासत के बाद किया गया, जो मेडिकल प्रवेश परीक्षा में संदिग्ध अनियमितताओं से जुड़े थे।
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सीबीआई ने पटना से दो लोगों को गिरफ्तार किया
इस बीच, गुरुवार (27 जून) को सीबीआई ने कथित नीट-यूजी परीक्षा पेपर लीक मामले में बिहार के पटना से दो लोगों को गिरफ्तार किया। उनकी पहचान मनीष कुमार और आशुतोष कुमार के रूप में हुई। अधिकारियों के अनुसार, उन्होंने कथित तौर पर परीक्षा से पहले उम्मीदवारों को सुरक्षित परिसर उपलब्ध कराया, जहाँ उन्हें लीक हुए पेपर और उत्तर कुंजी दी गई। मनीष प्रकाश अपनी कार में उम्मीदवारों को लर्न प्ले स्कूल ले जाने के लिए जिम्मेदार था, जबकि आशुतोष छात्रों के लिए सेफ हाउस में परिसर की व्यवस्था करता था, जिन्हें उसके घर में ठहराया जाता था।
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नीट-यूजी 2024
यहाँ यह उल्लेख किया जाना चाहिए कि 5 मई को एनटीए द्वारा आयोजित नीट-यूजी में लगभग 24 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया था। हालाँकि परिणाम 4 जून को घोषित किए गए थे, लेकिन बिहार में प्रश्नपत्र लीक होने और विभिन्न राज्यों में अन्य अनियमितताओं की रिपोर्टों के कारण वे जल्दी ही दब गए। इस बीच, केंद्र सरकार को भी NEET-UG में कथित अनियमितताओं को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।
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