Nepal में बिजली किल्लत शुरू होने के साथ ही 8-8 घंटे तक बिजली कटौती शुरू हो गई है। इसका सबसे अधिक नुकसान उद्योग क्षेत्र को हो रहा है। पीक आवर में बिजली की डिमांड बढ़ने से उद्योग और कल कारखानों में आवश्यकता के मुताबिक बिजली की सप्लाई नहीं होने से मुश्किलें बढ़ गई हैं।
नेपाल ने भारत से अगले चार महीनों के लिए 650 मेगावाट बिजली देने का आग्रह किया है। नेपाल के ऊर्जा मंत्री दीपक खड़का ने 16 दिसंबर को कहा कि भारत के ऊर्जा मंत्रालय और भारतीय एक्सचेंज बोर्ड से बिजली सप्लाई करने का आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि मंगलवार या बुधवार से भारत से बिजली देने (आयात)की अनुमति मांगी गई है।
भारत से आग्रह
गर्मी के दिनों में अत्यधिक मात्रा में बिजली उत्पादन होने से नेपाल की तरफ से भारत को करीब 950 मेगावाट तक बिजली निर्यात किया जाता है। लेकिन जाड़े के दिनों में नेपाल में बिजली का उत्पादन कम होने से आंतरिक खपत के लिए बिजली की आवश्यकता की पूर्ति नहीं हो पाती है। इसलिए हर वर्ष भारत से 350 से 450 मेगावाट तक की बिजली का आयात किया जाता है।
भीषण बाढ़ और भूस्खलन वजह
ऊर्जा मंत्री खड़का ने बताया कि पिछले साल तक 450 मेगावाट बिजली आयात करने पर ही नेपाल की आवश्यकता को पूरा किया जा सकता था। लेकिन दो महीने पहले नेपाल में आयी भीषण बाढ़ और भूस्खलन से कई बड़े जल विद्युत परियोजना के ठप्प होने से बिजली का उत्पादन रुक गया है। उन्होंने बताया कि यही वजह है कि भारत से 650 मेगावाट बिजली देने का आग्रह किया गया है।
Maharashtra: मंत्री नहीं बनाये जाने से महायुति के कई विधायक नाराज, उठाया ये कदम
भारत एक-दो दिन में लेगा निर्णय
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि पिछले महीने उन्होंने नई दिल्ली में यात्रा के दौरान वहां भारत के ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात कर 15 दिसंबर से 15 अप्रैल तक 650 मेगावाट बिजली आयात की अनुमति देने का आग्रह किया था। उन्होंने बताया कि अगले एक दो दिनों के ही भारत से बिजली का आयात शुरू होने की संभावना है।