चीन के इशारे पर भारत विरोधी अजेंडे में जुटी नेपाल की केपी ओली सरकार को ड्रैगन ने ऐसा झटका दिया है कि वह कुछ बोल नहीं पा रही है। दूसरी तरफ जनता का आक्रोश अब फूट पड़ा है। नेपाल के हुमला में चीनी कब्जे और इमारतों के निर्माण की पुष्टि होने के बाद काठमांडू में लोग सड़कों पर उतर आए और चीन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला। हाथों में तख्तियां लिए लोगों ने बालूवाटर स्थित चीनी दूतावास के बाहर नारेबाजी की।
क्या है मामला?
दरअसल मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि नेपाल के हुमला जिले में सीमा स्तंभ से दो किमी भीतर नेपाली भूमि को चीन के सैनिकों ने कब्जा किया है। चीन इस इलाके में 11 भवनों का निर्माण कर चुका है और इसके साथ ही नेपाली नागरिकों के यहां आने पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।
क्या है चीन और नेपाल की प्रतिक्रिया?
चीन दावा कर रहा है कि उसने वो इमारतें जहां बनाई है, वह चीन के ही भू-भाग में पड़ता है जबकि नेपाल का साफ कहना है कि नेपाल की भूमि में चीन ने अतिक्रमण करते हुए इमारत बनाया है। बताया जा रहा है कि जब नेपाली अधिकारी वहां पहुंचे तो चीन ने इमारत वाली जगह पर बात करने से इनकार कर दिया।