राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने छह माह पहले पुद्दुचेरी में एक राजनीतिक कार्यकर्ता सेंथिल कुमारन की हत्या के मामले में 13 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। एनआईए ने 22 सितंबर को यह जानकारी दी।
26 मार्च को छह मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने सेंथिल कुमारन की बेरहमी से हत्या कर दी थी। आरोपितों ने केंद्र शासित प्रदेश के विल्लियानूर इलाके में एक बेकरी के सामने उस पर देशी बम फेंके और फिर छुरी से हमला किया, जिससे उसकी मौत हो गई। स्थानीय पुलिस ने शुरू में मामला दर्ज कर बाद में केस एनआईए को सौंप दिया।
29 अप्रैल को एनआईए ने दर्ज किया मामला
29 अप्रैल को एनआईए ने फिर से मामला दर्ज किया। इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता निथियानंथम को बाद में उसके सहयोगियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। सहयोगियों की पहचान विग्नेश, शिव शंकर, राजा, प्रदीप, कार्तिकेयन, वेंगतेश, राजमणि, एझुमलाई, कथिरवेल, रामचंदिरन, लक्ष्मणन, ढिलिपन और रामनाथन के रूप में की गई।
मुुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा ने संविधान और सनातन धर्म को लेकर कही ये बात
कई धाराओं के तहत मामला दर्ज
एजेंसी के मुतबिक रामनाथन को छोड़कर उन सभी पर एनआईए ने आईपीसी, शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप पत्र दायर किया है। एनआईए की जांच से पता चला है कि कुमारन पर हमले की साजिश कथित तौर पर निथियानंथम ने रची थी, जिसका उद्देश्य विल्लियानूर और आसपास के इलाकों में स्थानीय लोगों के बीच आतंक पैदा करना था। इसके लिए निथियानंथम ने देशी विस्फोटक बनाने के लिए एक आतंकवादी गिरोह बनाया था और हमले को अंजाम देने के लिए हथियार भी जुटाए थे। साजिश के तहत निथियानंथम ने काथिरवेल को विल्लियानूर में सेंथिल कुमारन पर निगरानी रखने के लिए भेजा था। इलाके में उसकी मौजूदगी की पुष्टि होने के बाद मुख्य आरोपित ने हत्या को अंजाम देने के लिए विग्नेश, शिव शंकर, राजा, प्रदीप, कार्तिकेयन और वेंगतेश को तीन मोटरसाइकिलों पर भेजा। इस हमले के बाद आरोपितों ने हत्या में इस्तेमाल किए गए वाहनों और खून से सने हथियार और कपड़ों को छिपा दिया था। इन वस्तुओं की बरामदगी के दौरान जांच में इसका खुलासा हुआ।