पीएफआई के गुर्गे राम मंदिर विध्वंस करने की योजना पर काम कर रहे थे। उनकी तैयारी वहां फिर से बाबरी मस्जिद खड़ी करने की थी। इसके लिए इस्लामी देशों के आतंकी गुटों से लगातार संपर्क बना हुआ था। लेकिन फुलवारी शरीफ से शुरू हुई एनआईए की कार्रवाई ने देश भर में पीएफआई की ऐसी लुटिया डुबाई कि उसकी योजनाएं धरी की धरी रह गई और उनके गुर्गे जेल की हवा खा रहे हैं।
पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का विध्वंसक प्लान बिहार के फुलवारी शरीफ के छापे में सामने आया था। जिसमें वर्ष 2047 तक भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने की योजना थी। इसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने देश भर में पीएफआई पर शिकंजा कसते हुए बड़ी कार्रवाई की। महाराष्ट्र में की गई कार्रवाई में जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें से कुछ लोगों को नासिक के विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
राम मंदिर की द्रोही पीएफआई
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) द्वारा गिरफ्तार किये गए पीएफआई के सदस्यों से पूछताछ में देश के विरुद्ध विध्वंसक योजनाओं का भंडाफोड़ हुआ है। इसमें वर्ष 2047 तक भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने की योजना पर काम चल रहा था। इसके अलावा अयोध्या में राम मंदिर को गिराकर उसके स्थान पर बाबरी मस्जिद खड़ा करने की योजना पर कार्य हो रहा था। इसके लिए विभिन्न इस्लामी राष्ट्रों के सदस्यों से मंत्रणाएं चल रही थीं। ऐसे राष्ट्रों के आतंकी समूहों के साथ पीएफआई के कई सदस्य व्हाट्स ऐप के माध्यम से जुड़े हुए थे।
मंगलवार को पीएफआई के सदस्यों को नासिक सत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। जहां एनआईए के अधिवक्ता ने पीएफआई की आतंकी योजनाओं का खुलासा किया।
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