राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 23 जून को वामपंथी उग्रवाद मामले के सिलसिले में हैदराबाद में तीन स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एनआईए के अधिकारियों ने चैतन्य महिला संघम के नेता देवेंद्र, स्वप्ना और तेलंगाना उच्च न्यायालय की वकील शिल्पा को माओवादियों से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
तीन साल पहले एक नर्सिंग छात्रा राधा के गुमशुदा होने का मामला दर्ज हुआ था। राधा की मां ने विशाखापत्तनम के पेडाबयालु पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। माओवादी संगठन से जुड़े चैतन्य महिला संगम के नेताओं पर आरोप लगा कि उन्होंने राधा का अपहरण कर जबरन उसे माओवादी संगठन में शामिल होने को मजबूर किया गया।
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राधा की मां ने शिकायत में आरोप लगाया कि चैतन्य महिला संगम के सदस्य और नेता देवेंद्र, स्वप्ना और उच्च न्यायालय की वकील शिल्पा और अन्य उनके आवास पर आते थे। शिकायत के अनुसार देवेंद्र ने इलाज के नाम पर राधा का अपहरण किया।
विवादास्पद साहित्य और सामान बरामद
विशाखापत्तनम पुलिस के बाद एनआईए ने मामले को अपने हाथों में लिया और जांच शुरू की। इसी कड़ी में 23 जून को एनआईए अधिकारियों ने उप्पल, चिलुकानगर में छापा मारा। छापेमारी के दौरान डिजिटल उपकरण और माओवादी वैचारिक धारा से जुड़े साहित्य और अन्य उपकरण बरामद किए। वहीं मेदक जिले के चेगुंटा में शीर्ष माओवादी नेता दुबाशी शंकर के बेटे के घर भी तलाशी ली गई।
इस संस्था के सदस्य हैं आरोपी
एनआईए अधिकारियों ने पुष्टि की है कि देवेंद्र, स्वप्ना और शिल्पा सभी चैतन्य महिला संघम के सदस्य हैं। गिरफ्तार किए गए तीनों को विजयवाड़ा के एनआईए न्यायालय में पेश कर हिरासत में लिया गया।