राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पंजाब के गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में आतंकी गिरोह के कनेक्शन के खुलासे के बाद 12 सितंबर को देशव्यापी छापों के अतंर्गत दिल्ली के तीन गैंगस्टर के घरों पर दबिश दी है। यह कार्रवाई दिल्ली, एनसीआर, हरियाणा और पंजाब के विभिन्न स्थानों पर जारी है।
एनआईए की जांच में सामने आया है कि इस हत्याकांड में शामिल पंजाब के गैंगस्टर का आईएसआई और खालिस्तान समर्थक आतंकी संगठन से संबंध है। एजेंसी जांच के इस अहम तथ्य पर इन छापों के जरिये साक्ष्यों को पुख्ता करना चाहती है।
एनआईए ने बाहरी उत्तरी जिले के अलीपुर स्थित ताजपुर गांव के गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया के ठिकानों पर सुबह छापा मारा है। फिलहाल टिल्लू ताजपुरिया सलाखों के पीछे है। माना जाता है कि वह जेल से ही अपना सिंडिकेट चलाता है। इसकी फितरत से वाकिफ पुलिस अफसर मानते हैं कि जेल से ही टिल्लू ने रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र गोगी की हत्या करवाई थी। इसके अलावा गैंगस्टर नीरज बवानिया के मामा और उसके पैतृक आवास पर भी एनआईए ने छापा मारा है। इसके अलावा यमुनापार के एक गैंगस्टर के ठिकानों पर भी छापा मारकर तलाशी ली जा रही है।
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यूएपीए के तहत एफआईआर दर्ज
अफसरों के मुताबिक एजेंसी ने क्राइम सिंडिकेट पर नकेल कसने के लिए करीब 60 से ज्यादा स्थानों पर छापा मारा है। उल्लेखनीय है कि गृह मंत्रालय के आदेश पर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ जैसे कई बड़े गैंगस्टर्स पर यूएपीए के तहत एफआईआर दर्ज की थी। इसकी जांच एनआईए के पास है। एक एफआईआर में बंबीहा गैंग का भी जिक्र है।
दिल्ली से पाकिस्तान तक है कनेक्शन
दिल्ली पुलिस के रोजनामचों में लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़, विक्रम बराड़, जग्गू भगवान पुरिया, संदीप उर्फ काला जठेड़ी, सचिन थापन, अनमोल बिश्नोई और लखबीर सिंह लाडा आदि पर कई-कई पन्ने भरे हैं। इनमें दावा किया गया है कि ये अपराधी देश की जेलों के अलावा, कनाडा, पाकिस्तान और दुबई से टारगेट किलिंग को अंजाम दे रहे हैं। लारेंस बिश्नोई के पाकिस्तान में रह रहे खालिस्तान समर्थक आतंकवादी हरविंदर सिंह रिंडा से करीबी रिश्ते हैं। बंबीहा गैंग को गैंगस्टर लारेंस का जानी दुश्मन बताया गया है। बंबीहा गैंग में खूंखार शूटर्स की फौज है। बंबीहा गैंग का लकी पटियाल सात समंदर पार अरमानिया में बैठा है। वह वहीं से भारत में खूनखराबा कराता रहता है। हरियाणा की एक जेल में बंद कुशल चौधरी और दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद नीरज बवानिया अब भी पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं।