त्रिपुरा में कथित हिंसा के मामले में कट्टर मुसलमानों ने महाराष्ट्र के विभिन्न भागों में रैली और प्रदर्शन किया। इसमें जमकर हिंसा भी की गई। इसमें प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की और आग लगा दी। भाजपा नेता नितेश राणे ने इस प्रकरण पर अपनी तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंसा के लिए रजा अकादमी जिम्मेदार है। रजा अकादमी को बैन कर देना चाहिए।
नितेश राणे ने रजा अकादमी पर हिंसा के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाते हुए ट्विटर पर कहा कि, “राज्य के विभिन्न हिस्सों में हिंसा हुई। इसके पीछे आतंकी संगठन रजा एकेडमी का हाथ है। यह समूह राज्य के विभिन्न हिस्सों में कहर बरपा रहा है। हर बार यह संगठन कानून तोड़ता है और सरकार बस देखती रहती है। इसलिए अब या तो सरकार को इन संगठनों को बैन कर देना चाहिए या फिर हमें महाराष्ट्र के हित में इन्हें खत्म करना होगा।”
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This terrorist organisation Raza academy is behind all the violonce and riots in different parts of Maharashtra!
Every time they disrupt n break all the rules n Gov sits and watches..
Either the Gov bans them or we have to finish them in the interest of Maharashtra!— nitesh rane (@NiteshNRane) November 13, 2021
खुलेआम बंटा भड़काने का सामान
भाजपा नेता नीतेश राणे ने एक डैंडबिल भी ट्वीट किया है, जो रजा अकादमी के नाम से छपा है, इसमें सेव त्रिपुरा मुस्लिम्स को बचाने के लिए देगलूर नाका पर मोर्चे के लिए आह्वान किया गया है।
RAZA ACADEMY !!! pic.twitter.com/5lAkC7d3gh
— nitesh rane (@NiteshNRane) November 13, 2021
पुलिस पर पथराव!
शुक्रवार को कट्टर मुसलमानों ने मालेगांव और अमरावती में कई जन संपत्तियों और निजी स्थानों पर आग लगा दी और पथराव किया। इस हिंसा में मालेगांव में 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए तथा सार्वजनिक और निजी संपत्ति का करोड़ो का नुकसान हुआ।
हिंसक प्रदर्शनों का रहा है इतिहास
वर्ष 2012 में म्यांमार में हुई हिंसा के विरुद्ध मुंबई के आजाद मैदान में एक प्रदर्शन आयोजित किया गया था। इसका आयोजन भी रजा अकादमी ने किया था। जिसमें बड़े स्तर पर हिंसा हुई। हिंसक भी़ड़ ने अमरजवान ज्योति को भी निशाना बनाया, कई महिला पुलिस कर्मियों के साथ अश्लीलता की गई। बड़े स्तर पर मीडिया के लोगों पर हमले किये गए। संपत्ति में आग लगा दी गई।