उत्तर कोरिया ने एक बार फिर बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है। दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने बताया कि बैलिस्टिक मिसाइल की तरह के इस प्रक्षेपास्त्र का परीक्षण रविवार तड़के किया गया। इस पर दक्षिण कोरिया की सेना चौकन्ना रही। हालांकि दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने यह साफ नहीं किया कि मिसाइल कितनी दूरी तक गया।
दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका के पहले संयुक्त सैन्य अभ्यास के समाप्त होने के एक दिन बाद उत्तर कोरिया ने रविवार को अपने पूर्वी तट से समुद्र की ओर कम से कम एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी है। विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की हठधर्मिता का उद्देश्य अमेरिका को परमाणु शक्ति के रूप में उत्तर कोरिया के विचार को स्वीकार करने और ताकत की स्थिति से आर्थिक और सुरक्षा रियायतों पर बातचीत करने के लिए मजबूर करना है।
परमाणु परीक्षण की तैयारी?
दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि ऐसे संकेत हैं कि उत्तर कोरिया भी उत्तर पूर्वी शहर पुंगये-री में अपने परमाणु परीक्षण मैदान में तैयारी के साथ आगे बढ़ रहा है। उत्तर कोरिया का अगला परमाणु परीक्षण 2006 के बाद से सातवां और सितंबर 2017 के बाद पहला होगा, जब उसने अपने आईसीबीएम में फिट होने के लिए थर्मोन्यूक्लियर बम विस्फोट करने का दावा किया था।
परमाणु क्षमताओं को बढ़ा रहा है उत्तर कोरिया
उल्लेखनीय है कि आर्थिक प्रतिबंधों के बावजूद उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग हथियार विकास कार्यक्रम को जारी रखे हुए हैं। दावा किया जा रहा है कि नया हथियार उत्तर कोरिया के परमाणु युद्ध की क्षमताओं को काफी तेजी से बढ़ा सकता है।